देश की सियासत में राजनीतिक रूप से बंजर हो चुकी जमीन पर कांग्रेस के लिए फिर से हरा भरा फसल उगाने के लिए पार्टी पॉलिटिकल स्ट्रैटेजिस्ट प्रशांत किशोर की शरण में पहुंच गई है। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर आजकल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के रिवाइवल प्लैन का प्रेजेंटेशन दे रहे हैं। ये प्रेजेंटेशन वो वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर 10 जनपथ पर दे रहे हैं।
पिछले एक हफ्ते में प्रशांत किशोर तीन बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सामने कई घंटों का प्रेजेंटेशन दिया है। इन बैठकों में सोनिया गांधी,राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा लगभग डेढ़ दर्जन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे हैं। यहां ये भी दिलचस्प है की प्रशांत किशोर के साथ इस बैठक में G 23 के वरिष्ठ नेताओं को शामिल नहीं किया गया।
"कांग्रेस के लिए प्रशांत किशोर का रिवाइवल प्लैन संजीवनी का काम कर सकता है"
चुनावी राजनीति में लगातार हार रही कांग्रेस के लिए प्रशांत किशोर का रिवाइवल प्लैन संजीवनी का काम कर सकता है। ये कहना है कांग्रेस के कई बड़े नेताओं का, यही वजह की पहली बार कोई गैर राजनीतिक व्यक्ति कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर सार्वजनिक रूप से कांग्रेस चुनाव जीतने और पार्टी को पुनर्जीवित करने का प्रेजेंटेशन दे रहा है। यही नहीं यहां ये भी दिलचस्प है की कांग्रेस कार्यसमिति के कई वरिष्ठ नेताओं के विरोध को दरकिनार कर सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर को कांग्रेस के रिवाइवल प्लैन का प्रेजेंटेशन वरिष्ठ नेताओं को देने के लिए कहा है। ऐसे में अब ये तय है की कम से कम 2024 तक कांग्रेस अब प्रशांत किशोर के प्लैन के मुताबिक काम करेगी।
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता अब दबी जुबान में प्रशांत किशोर रिवाइवल प्लैन की तारीफ कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर के प्रेजेंटेशन की कुछ महत्वपूर्ण बातें इस तरह हैं–
1. कांग्रेस पार्टी अभी से 2024 के अपना लक्ष्य तय करे। प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को 370 से 400 सीटों पर अकेले चुनाव लडने की सलाह दी है।
2. प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व को सलाह दी है की पार्टी लगभग 150 सीटों पर समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन करे।
3. प्रशांत ने हर राज्य के लिए कांग्रेस रिवाइवल प्लैन का अलग-अलग प्रेजेंटेशन दिया है।
4. प्रशांत किशोर ने सोनिया गांधी को सलाह दी है की पार्टी यूपी, बिहार,उड़ीसा आंध्रप्रदेश,तेलंगाना और महाराष्ट्र में गठबंधन के साथ चुनाव में जाए।
5. अप्रत्याशित रूप से प्रशांत किशोर ने बंगाल में कांग्रेस को अकेले चुनाव लडने की सलाह दी है।
6. प्रशांत किशोर ने विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का संगठनात्मक बदलाव जमीनी स्तर पर उनके द्वारा दिए जा रहे फीड बैक के आधार पर करने की सलाह दी है।