नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव आठ चरणों में होना है। यहां पहले चरण का मतदान तीन दिन बाद 27 मार्च को होना है, जिसके लिए प्रचार का शोर गुरुवार (25 मार्च) शाम थम जाएगा। पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोर रहा है। यहां बीते 10 वर्षों से ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस सत्ता में बने रहने के लिए मैदान में है तो बीजेपी ने भी सत्ता में आने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी और टीएमसी से बीच खूब सियासी हमले देखे जा रहे हैं। बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे दिग्गज नेताओं ने प्रचार की कमान संभाल रखी है तो टीएमसी का पूरा दारोमदार ममता बनर्जी पर है। चुनाव से ठीक पहले बड़ी संख्या में टीएमस के कद्दावर नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ बीजेपी ज्वाइन किया है, जिनमें कभी ममता के करीबी रहे नेता भी शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा की कुल 294 सीटें हैं, जिसके लिए पहले चरण का चुनाव जहां 27 मार्च को होगा, वहीं दूसरे चरण का मतदान 1 अप्रैल को, तीसरे चरण का 6 अप्रैल को, चौथे चरण का 10 अप्रैल को, पांचवें चरण का 17 अप्रैल को, छठे चरण का 22 अप्रैल को, सातवें चरण का 26 अप्रैल को और आठवें व अंतिम चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। वोटों की गिनती यहां 2 मई को होगी।
TMC को नुकसान का अनुमान
इस बीच टाइम्स नाउ-सी वोटर ने प्री-पोल सर्वे किया है, जिसमें जनता के मूड को जानने की कोशिश की गई है। इसमें टीएमसी को भारी नुकसान का अनुमान जताया गया है, जबकि एनडीए को लाभ की स्थिति में दिखाया गया है।
टाइम्स नाउ-सी वोटर ओपिनियन पोल के अनुसार, टीएमसी के वोट शेयर में 2.8 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। 2016 के चुनाव में यह 44.9 फीसदी था, जो 2021 के चुनाव में 42.1 प्रतिशत होने का अनुमान है। वहीं बीजेपी के वोट शेयर में 27.2 फीसदी की बड़ी बढ़त का अनुमान है। 2016 में जहां यहां 10.2 फीसदी था, वहीं 2021 में यह 37.4 फीसदी रहने का अनुमान है।
सीटों की बात करें तो टीएमसी को इस चुनाव में 160 सीटें मिलने अनुमान है। 294 दस्यीय विधानसभा में में सरकार गठन के लिए जरूरी जादुई आंकड़े के लिहाज से यह पर्याप्त नजर आ रही है, लेकिन यहां पांच साल पहले हुए चुनाव के मुकाबले टीएमसी को 51 सीटों का नुकसान नजर आ रहा है। टीएसमी को 2016 के चुनाव में यहां 211 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। वहीं 2016 के विधानसभा चुनाव में महज तीन सीटों पर जीत हासिल करने वाली बीजेपी को इस चुनाव में 112 सीटें मिलने का अनुमान है और इस तरह इसे 109 सीटों का लाभ मिलता नजर आ रहा है।
ओपिनियन पोल के मुताबिक, वामपंथी दलों और कांग्रेस गठबंधन को सबसे अधिक नुकसान होने का अनुमान है। बीते चुनाव में जहां उन्हें 76 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, वहीं इस बार उन्हें 22 सीटें मिलने का अनुमान है। इस तरह उन्हें 54 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है।
पसंदीदा CM उम्मीदवार कौन?
यह सर्वेक्षण 17,890 लोगों पर किया गया है। मार्च में किए गए इस सर्वेक्षण में सीएम के तौर पर ममता बनर्जी अब भी सर्वाधिक लोगों की पसंद बनी हुई हैं। उन्हें लगभग 55 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिला है, जबकि 32.3 प्रतिशत वोटों के साथ बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष दूसरे नंबर पर हैं। सर्वे में शामिल लगभग 46 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री के काम से 'संतुष्टि' जताई है, जबकि 20.04 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे सीएम के काम से संतुष्ट नहीं हैं।
सर्वे में केंद्र सरकार के कामकाज को लेकर भी सवाल किया गया था। 42.99 लोगों ने केंद्र सरकार के कामकाज को लेकर संतोष जताया, जबकि 28.78 फीसदी लोगों ने कहा कि वे संतुष्ट नहीं हैं।