अगरतला : अपने बयान को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव देव ने अपनी एक और ऐसी ही बात को लेकर फिर से चर्चा में हैं। त्रिपुरा के सीएम ने अब दुनिया के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक हार्वर्ड यूनिवसिर्टी को इंगलैंड में बताया है, जबकि ये यूनिवर्सिटी अमेरिका में हैं। उनकी इस टिप्पणी को लेकर खूब किरकरी हो रही है और आलोचक कह रहे हैं कि वह भूगोल की चिंता बिल्कुल नहीं करते।
रिपोर्ट्स के अनुसार, त्रिपुरा के सीएम ने यह बयान मंगलवार को आया, जब वह त्रिपुरा सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। भारत के दौरान उन्होंने कहा, 'एक शहर या स्थान अपने विश्वविद्यालय या शिक्षण संस्थानों से प्रसिद्ध हो सकता है। जब हम इंग्लैंड या लंदन के बारे में सोचते हैं, तो कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की तस्वीरें हमारे दिमाग में आती हैं।'
उनके इस बयान की खूब किरकिरी हो रही है। आलोचक उनपर तंज कर रहे हैं। यहां उल्लेखनीय है कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका के मैसाचुसेट्स राज्य में है, जिसे दुनियाभर में सबसे पुराने व प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान के तौर पर जाना जाता है। इसकी स्थापना 1636 में हुई थी।
पहले भी दे चुके हैं विवादास्पद बयान
यहां गौरतलब है कि बिप्लव देव पहले भी ऐसे कई बयान दे चुके हैं, जिसके लिए उनकी खूब फजीहत हुई। अभी बीते सप्ताह ही कई मीडिया रिपोर्ट्स में बिप्लव देव के हवाले से कहा गया कि भारत के सभी राज्यों में जीत के बाद बीजेपी की योजना नेपाल और श्रीलंका में पार्टी के विस्तार की है। हालांकि श्रीलंका के चुनाव आयोग ने यह कहते हुए इसे खारिज कर दिया कि देश का चुनाव कानून इसकी इजाजत नहीं देता।
बिप्लव देव के ऐसे ही एक बयान ने बीते साल भी सुर्खियां बटोरी थी, जब उन्होंने अमेजन के वर्षावन को अफ्रीका में बताया था, जबकि यह मुख्य रूप से ब्राजील में है और कोलंबिया, पेरु तथा अन्य दक्षिण अमेरिकी राज्यों तक इसका विस्तार है। इससे पहले अप्रैल 2018 में उन्होंने यह कहकर विवाद पैदा कर दिया था कि महाभारत काल में भी इंटरनेट और सैटेलाइट था। इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी खूब किरकिरी हुई थी।