नई दिल्ली। कोरोना महामारी को रोकने के लिए दुनिया की सभी सरकारें कोशिश कर रही हैं। लेकिन यह वायरस अब अपने रूप को बदल चुका है। कोरोना वायरस की संरचना में जो नया बदलाव हुआ है उसकी वजह से संक्रमण की रफ्तार में इजाफा हुआ हैष स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि यूके में कोरोना वायरस के बदले रूप का असर हम सब देख रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि यह संक्रमण की रफ्तार को 70 फीसद बढ़ाता है और वो सुपर स्प्रेडर है।
देश में कोरोना की तस्वीर
कोरोना संक्रमण से ठीक होने वालों की दर 95% से अधिक है।
पिछले 7 हफ्तों में औसत दैनिक नए मामलों में कमी आई है।यह लगभग 5.5 महीनों के बाद है, हमारे पास देश में 3 लाख से कम सक्रिय COVID19 मामले हैं। वर्तमान में, सक्रिय मामले समग्र मामलों के 3% से कम हैं।
भारत में मिड सेप मामलों में कमी आ रही है।
16 करोड़ के परीक्षण अब तक किए जा चुके हैं।
सक्रिय मामले अब केवल 3% हैं।
नीति आयोग के वी के पॉल का क्या है कहना
डॉ. वीके पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य), NITI Aayog का कहना है कि चिंता का कोई कारण नहीं है, घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब हमें सतर्क रहने की जरूरत है।यूनाइटेड किंगडम में COVID19 के नए तनाव ने प्रसारण क्षमता में वृद्धि की है। यह उत्परिवर्तन बीमारी की गंभीरता को प्रभावित नहीं कर रहा है। केस उत्परिवर्तन इस उत्परिवर्तन से प्रभावित नहीं है। अभी तक, हमारे देश में विकसित हो रहे टीकों की क्षमता पर इसका कोई प्रभाव नहीं है और अन्य देशों में उपलब्ध हैं: