नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज कर्नाटक में हैं वहां अमित शाह नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोधियों पर जमकर बरसे इस मौके पर शाह ने सीएए विरोधियों पर निशाने पर लेते हुए ये तक कह डाला कि जो लोग नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं वो लोग दलित विरोधी हैं।
अमित शाह ने सवाल उठाते हुए कहा कि पहले पाकिस्तान में, (पूर्व और पश्चिम दोनों), 30% हिंदू थे। आज यह पाकिस्तान में 3% और बांग्लादेश में 7% तक रह गए हैं। मैं सीएए के प्रदर्शनकारियों से पूछना चाहता हूं कि ये अल्पसंख्यक कहां गए? क्या उनमें से कोई जवाब दे सकता है।
अमित शाह ने आगे चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल गांधी भी कहते हैं कि 370 नहीं हटना चाहिए, इमरान खान भी कहते हैं नहीं हटना चाहिए, दोनों ही कहते हैं कि सीएए नहीं आना चाहिए, मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस और पाकिस्तान के बीच रिश्ता क्या है।
अमित शाह ने कहा कि कि मैं मानव अधिकारों के चैंपियन के रूप में भी कॉल करना चाहता हूं। उन्हें शरणार्थी शिविरों का दौरा करने और इन लोगों को देखने की ज़रूरत है जिनके पास पिछले 70 वर्षों से पानी, नालियां या बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं।
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से पहले यहां प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने ‘अमित शाह वापस जाओ’ के नारे लगाए और हवा में काले रंग के गुब्बारे उड़ाए।पुलिस द्वारा प्रदर्शन की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद भी प्रदर्शनकारियों ने शाह के खिलाफ नारेबाजी की।
इन प्रदर्शनकारियों ने खुद को संविधान संरक्षण समिति का सदस्य बताते हुए संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ भी नारे लगाए।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बाद में पुलिस ने इन लोगों को हिरासत में ले लिया। खबरों के अनुसार कुछ प्रदर्शनकारियों ने विरोध के तौर पर काले गुब्बारे भी हवा में उड़ाए।