नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कुछ तबका भारी विरोध कर रहा है और इसके लिए विरोध प्रदर्शन का सहारा भी ले रहा है, इसके विरोध में हिंसक प्रदर्शन भी हुए हैं और सार्वजनिक संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। सीएएए को लेकर विरोध प्रदर्शन में कुछ लोगों की जान भी चली गई है।
वहीं अब बीजेपी ने सीएए के समर्थन में भी कमर कस ली है गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राजस्थान के जोधपुर से जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की। विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि जो दल या नेता इस विषय पर आम लोगों को गुमराह कर रहे हैं उनकी अफवाह वाली मुहिम से सजग करने के लिए बीजेपी कार्यकर्ता घर घर जाएंगे।
वहीं गृहमंत्री अमित शाह से जोधपुर में पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी मिले और उन्होंने इस मुलाकात पर खुशी जताई वहीं अमित शाह ने कहा कि अब आपके कष्ट खत्म हो गए हैं, शाह ने उनसे गर्मजोशी के साथ मुलाकात की।
इससे पहले शाह ने कहा कि राहुल बाबा अगर आपने नागरिकता कानून पढ़ा है तो कहीं पर भी चर्चा करने के लिए आ जाओ और अगर नहीं पढ़ा है तो मैं इतालवी में इसका अनुवाद करके भेज देता हूं, उसको पढ़ लीजिये।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, वाम दल, बीएसपी और दूसरे दलों को चुनौती देते हैं कि चर्चा के लिए कहीं भी आएं वो तैयार हैं। सच ये है कि इन दलों को इस कानून के बारे में समझ नहीं है और लोगों को गुमराह कर रहे हैं। वो आम लोगों से अपील करते हैं कि नागरिकता कानून किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है, बल्कि नागरिकता देने के लिए है।
वो सभी विपक्षी दलों को चुनौती देते हैं कि विरोध कितना भी हो इस कानून में इंच भर भी बदलाव नहीं होगा।