नई दिल्ली : इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर बयान देकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सुप्रीम अखिलेश यादव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशाने पर आ गए हैं। भाजपा उत्तर प्रदेश के के प्रदेश मंत्री डॉ. चंद्रमोहन ने शुक्रवार को अखिलेश पर तीखा हमला बोला। डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि सपा सुप्रीमो का यह बयान उनकी हताशा को दर्शाता है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले ही उन्होंने अपनी हार स्वीकार कर ली है। भाजपा प्रदेश मंत्री ने कहा कि अखिलेश 'मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं।'
ईवीएम को पहले बदलेंगे : अखिलेश
अखिलेश यादव ने गुरुवार को दावा करते हुए कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में सपा की सरकार आने पर सबसे पहले ईवीएम को हटाने का काम करेगी। अखिलेश ने मतदान की पुरानी व्यवस्था बैलेट पेपर पर भरोसा जताया। अखिलेश साल 2017 के विस चुनावों में मिली हार का ठीकरा भी ईवीएम पर फोड़ चुके हैं।
चुनाव से पहले अखिलेश ने हार मानी-डॉ. चंद्रमोहन
सपा नेता के इस बयान पर निशाना साधते हुए भाजपा प्रदेश मंत्री डॉ. चंद्रमोहन ने कहा, 'अखिलेश यादव मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं। बार-बार के चुनावों में जनता सपा को आईना दिखा रही है फिर भी उनकी सोच में बदलाव नहीं हो रहा है। चुनाव में जीत दर्ज करने पर वह अपनी उपलब्धि बताते हैं और चुनाव में जब सपा की हार होती है तो हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ते हैं। ईवीएम के बारे में उनकी यह टिप्पणी बताती है कि चुनाव से पहले उन्होंने अपनी पराजय स्वीकार कर ली है।'
सपा ने पहले भी ईवीएम पर उठाए सवाल
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा की हार पर भी अखिलेश ने ईवीएम पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि ईवीएम मशीनें गलत तरीके से काम कर रही हैं और सभी वोट बीजेपी को जा रहे हैं। विपक्षी दलों की ओर से ईवीएम पर सवाल उठाए जाने पर चुनाव आयोग ने उन्हें चुनौती दी थी कि वे ईवीएम को गलत साबित करें लेकिन कोई भी राजनीतिक दल उसकी चुनौती को स्वीकार नहीं किया।