लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर उनके परिवार की तुलना महाभारत के पात्रों से करते हुये कहा कि ये महाभारत के वही पात्र हैं जिन्होंने महाभारत करके भारत की प्रगति को पूरी तरह बाधित कर दिया था और अब उन लोगों ने फिर से जन्म लेकर प्रदेश के विकास को बाधित किया है।
दूसरी ओर कासगंज में समाजवादी पार्टी और महान दल की ओर से आयोजित एक किसान महापंचायत में अखिलेश मुख्यमंत्री योगी पर हमला बोलते हुये कहा, ‘‘वह तुक्के से मुख्यमंत्री बन गये हैं और अभी तो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बदले हैं लेकिन जिस दिन भाजपा के विधायकों को पता चल जाएगा कि उनका टिकट कटने वाला है उस दिन उत्तर प्रदेश में भी मुख्यमंत्री बदल जाएंगे।'
शनिवार को यहां लोक भवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा विभाग में 271 नव चयनित खंड शिक्षा अधिकारियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में मुख्यमंत्री ने दावा किया कि चार वर्ष के उनके कार्यकाल में प्रदेश के चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी मिली। योगी ने सेवारत शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिये ऑनलाइन पाठ्यक्रम का शुभारम्भ किया।
"फलाना चाचा देखेगा, फलाना भाई देखेगा, फलाना भतीजा देखेगा"
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के परिवार को आड़े हाथों लेते हुये योगी ने कहा, ' कुछ खानदान ऐसे थे जिनको अलग-अलग भर्ती आवंटित हो जाती थी, फलाना चाचा देखेगा, फलाना भाई देखेगा, फलाना भतीजा देखेगा और यह सब होता था। काका, चाचा, नाना, मामा, पहले महाभारत में सुना होगा या 2012 से 2017 के बीच (सपा की सरकार का कार्यकाल) आपने देखा होगा।'
"2017 में मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया तो लोग पूछते थे कि प्रदेश कैसे चलेगा"
उन्होंने कहा, 'ये महाभारत के वही पात्र हैं, इन्होंने फिर से जन्म लिया है। ये लोग जैसे महाभारत करके भारत की प्रगति को पूरी तरह बाधित किये थे उसी तरह इन लोगों ने फिर से प्रदेश के विकास को बाधित किया।'योगी ने कहा, 'जब 2017 में मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया तो लोग पूछते थे कि प्रदेश कैसे चलेगा लेकिन मैंने कहा कि यह व्यापक संभावनाओं वाला प्रदेश है और यहां कोई कमी नहीं है, सिर्फ नेतृत्व की आवश्यकता है। सिस्टम वही है लेकिन अब उत्तर प्रदेश बदल गया है।'
उन्होंने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुये कहा, 'एक भी जगह नियुक्तियों में गड़बड़ी की कोई शिकायत नहीं मिली। हमने स्वतंत्रता दी कि चयन की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होनी चाहिए, ईमानदारी पूर्ण होनी चाहिए और किसी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए।'उधर कासगंज में महान दल और सपा की ओर से आयोजित किसान महापंचायत में अखिलेश यादव ने कहा, '' अगर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लैपटॉप चलाना आता तो वह युवाओं को लैपटॉप बांटते।''
"लाल टोपी देखते पता नहीं उनको क्या हो जाता है"
उन्होंने कहा कि उप्र के मुख्यमंत्री कमाल के हैं और लाल टोपी देखते पता नहीं उनको क्या हो जाता है। यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि ढाई साल के एक बच्चे ने उनसे बताया कि लाल टोपी वाले ऐसे होते हैं।उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'मैं सोचता हूं कि ढाई साल का बच्चा कितना बोलता होगा जो उनसे बातचीत कर ली।' यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री आप भी लाल टोपी लगा लो अच्छे दिखोगे।
उन्होंने कार्यक्रम में आये लोगों को आगाह करते हुए कहा कि 'याद रखना योगी वही होता है जो दूसरों का दुख अपना दुख समझे लेकिन बताओ किसानों क्या वह तुम्हारा दुख समझ पा रहे हैं, क्या युवाओं का दुख समझ पा रहे हैं।' सपा अध्यक्ष ने ऐलान किया कि 2022 के विधानसभा में उनका महान दल और राष्ट्रीय लोकदल से गठबंधन होगा लेकिन वह किसी राष्ट्रीय दल से गठबंधन नहीं करेंगे।