- दारूल उलूम देवबंद ने यूपी की योगी सरकार को लिखा पत्र
- बकरीद के मौके पर मस्जिदों में सामूहिक नमाज पढ़ने की इजाजत मांगी
- देवबंद ने लॉकडाउन के दिनों शनिवार, रविवार को आगे बढ़ाने के लिए कहा है
लखनऊ : बकरीद के दिन मस्जिदों में सामूहिक नमाज पढ़ने एवं खुले में कुर्बानी देने पर लगी रोक में रियायत देने के लिए दारूल उलूम देवबंद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। देवबंद ने अपने पत्र में ईदगाह में नमाज पढ़ने और कुरबानी की व्यवस्था करने की मांग की है। देवबंद ने राज्य में शनिवार और रविवार को होने वाले लॉकडाउन को भी आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है। बता दें कि राज्य की योगी सरकार ने बुधवार को बकरीद के मौके पर मस्जिदों में सामूहिक नमाज एवं खुले में कुर्बानी पर रोक लगाने से संबंधित दिशानिर्देश जारी किया।
रजा अकेडमी ने भी छूट देने की मांग की
महाराष्ट्र में रजा अकेडमी के मौलाना नूरी ने भी राज्य सरकार से कुर्बानी की शर्तों में छूट देने की मांग की है। वहीं, हिंदू महासभा के स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि नवरात्रि में हिंदुओं ने माता का जागरण नहीं किया। कोरोना संकट के देखे हुए हिंदुओं देवी-देविताओं के कार्यक्रम आयोजित नहीं हुए। अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है। ऐसे में मुसलमान भाइयों को भी सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए।
एआईएमआईएम नेता ने पीएम को अयोध्या दौरे पर सवाल उठाए
इस बीच, एआईएमआईएम नेता इम्तियाज जलील ने पीएम मोदी के अयोध्या दौरे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना का संकट अयोध्या में भी है। ऐसे में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन करने पीएम मोदी अयोध्या क्यों जा रहे हैं? आईएमआईएम नेता ने कहा, 'बकरीद के मौके पर हम चाहते हैं कि 15 फीसदी लोगों को मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाए। कोरोना महामारी का हवाला देकर यदि मस्जिदों में सामूहिक नमाज पढ़ने पर यदि रोक लगाई गई है तो पीएम मोदी राम मंदिर के भूमिपूजन समारोह में अयोध्या क्यों जा रहे हैं।'
सपा सांसद ने भी छूट की मांग की
संभल से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रहमान बर्क ने भी मस्जिदों में मुसलमानों को सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने की इजाजत देने की मांग राज्य सरकार से की है। इस बारे में बर्क ने संभल के जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण को एक ज्ञापन सौंपा है और इस ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि केवल घरों में नमाज पढ़ना काफी नहीं है।