मुंबई : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता इम्तियाज जलील ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित अयोध्या दौरे पर सवाल उठाए हैं। सांसद ने कहा है कि सरकार ने मु्स्लिमों से वर्चुअल बकरीद मनाने के लिए कहा है जबकि पीएम मोदी राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करने अयोध्या जाने वाले हैं। मीडिया से बातचीत में इम्तियाज ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग ने दिशानिर्देश जारी किया था। हम लोग पिछले चार महीनों से इन दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं।
एआईएमआईएम नेता ने कहा, 'बकरीद के मौके पर हम चाहते हैं कि 15 फीसदी लोगों को मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाए। कोरोना महामारी का हवाला देकर यदि मस्जिदों में सामूहिक नमाज पढ़ने पर यदि रोक लगाई गई है तो पीएम मोदी राम मंदिर के भूमिपूजन समारोह में अयोध्या क्यों जा रहे हैं। भूमि पूजन कार्यक्रम में वहां भी लोग होंगे। अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम तय है।'
भगवान राम की पूजा करेंगे पीएम
बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र करीब 200 लोगों को आमंत्रित करेगा। इनमें 150 अतिथि होंगे। कार्यक्रम में पीएम मोदी, भाजपा ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने बताया कि पीएम मोदी मंदिर में भगवान राम की पूजा करेंगे और हनुमानगढ़ी में हनुमान जी की पूजा अर्चना करेंगे। भूमि पूजन के लिए सभी मुख्यमंत्रियों को न्यौता भेजा जाएगा। कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान देते हुए यह फैसला किया गया है कि 200 से ज्यादा लोग उस ऐतिहासिक अवसर पर मौजूद नहीं होंगे जिनमें अतिथियों की संख्या 150 होगी।
मंदिर के मॉडल में होगा बदलाव
बता दें कि अयोध्या में पांच अगस्त से राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होने को लेकर देशवासियों में काफी उत्साह है। लोगों का कहना है कि वर्षों का इंतजार अब जाकर समाप्त हुआ है। अयोध्या में पांच अगस्त के कार्यक्रम की तैयारी न्यास शुरू कर चुका है। राम मंदिर निर्माण के लिए लोग दान देने के लिए भी आगे आ रहे हैं। राम मंदिर के नए मॉडल में कुछ बदलाव किया गया है। मंदिर की लंबाई, ऊंचाई और चौड़ाई में बदलाव किया गया है। बताया जा रहा है कि मंदिर में तीन गुंबद की जगह अब पांच गुंबद होंगे। मंदिर में प्रवेश के लिए भी पांच गेट बनाए जाएंगे।