उत्तर प्रदेश में मऊ सीट से नवनिर्वाचित विधायक अब्बास अंसारी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। चुनाव से ठीक पहले अधिकारियों का हिसाब-किताब करने को लेकर दिए गए भड़काऊ बयान मामले में अब्बास अंसारी के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। पुलिस ने अब्बास के खिलाफ और धाराएं बढ़ा दी हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के टिकट पर निर्वाचित विधायक अब्बास अंसारी के खिलाफ पुलिस ने अब IPC की धारा 186,189, 153, 120B भी लगाई है।
बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी उत्तर प्रदेश के मऊ से विधायक निर्वाचित हुए हैं। चुनाव के ठीक पहले अब्बास अंसारी का भड़काऊ भाषण सामने आया था, जिसमें सुभासपा के नेता ने पुलिस को हिसाब बराबर करने की धमकी दी थी। इसका वीडियो भी सामने आया था, जिसमें अब्बास अंसारी को मऊ में एक जनसभा में कहते सुनाा गया कि उनकी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से यहां के अधिकारियों के संबंध में हुई है। सरकार बनने पर इन अधिकारियों को यहां 6 महीने रोक कर रखेंगे और फिर हिसाब किताब करेंगे और उसके बाद ही उसका ट्रांसफर होगा।
प्रशासन हुआ सख्त
चुनाव आयोग ने अब्बास अंसारी के खिलाफ 3 मार्च को अब्बास अंसारी के खिलाफ IPC की धारा 171H और 506 के तहत केस दर्ज किया था, जिसके बाद चार और धाराएं अब इसमें जोड़ दी गई हैं। ऐसे में अब्बास अंसारी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। यूपी में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद यहां माहौल बिल्कुल बदल चुका है। प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में जनादेश आया है और सीएम योगी की अगुवाई में जल्द ही यहां एक बार फिर बीजेपी की सरकार का गठन होने जा रहा है। ऐसे में प्रशासन पहले के मुकाबले अधिक सख्त नजर आ रहा है।
यहां गौर हो कि अब्बास अंसारी का इससे पहले भी भड़काऊ बयान सामने आ चुका है। मुख्तार अंसारी के बांदा जेल में बंद रहने के दौरान जब पिता से मिलने की अनुमति नहीं मिली थी तो अब्बास अंसारी ने एनकाउंटर में अपने पिता के मारे जाने तक का आरोप लगाया था।