- आजमगढ़ के बिलरियागंज के मौलाना जौहर अली पार्क में सीएए के विरोध में धरना दे रही थी महिलाएं
- पुलिस प्रशासन ने महिलाओं से की थी धरना प्रदर्शन खत्म करने की गुजारिश
- पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर महिलाओं को वहां से निकाल कर पार्क में भरवाया पानी
आजमगढ़: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बुधवार तड़के आजमगढ़ के बिलरियागंज के मौलाना जौहर अली पार्क में सीएए के विरोध में धरना दे रही महिलाओं ने पार्क पर कब्जा कर लिया और सीएए के खिलाफ नारेबाजी की। खबरों के मुताबिक देर रात से ही महिलाओं का पार्क में जमा होना शुरू हो गया और धीरे-धीरे यह तादाद बढ़ते चले गई। देर रात डीएम और पुलिस अधिकारियों ने महिलाओं को समझाने की कोशिश भी की जो नाकाम हो गई।
इसके बाद कई पुलिसवाले वहां पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से आग्रह किया कि वो पार्क को खाली कर दें। खबरों की मानें तो जब महिलाओं ने मना कर दिया तो पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इसी दौरान पुलिस पर पार्क के बाहर से पत्थरबाजी की गई। हालात काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस छोड़ने पड़े। पुलिस ने उलमा कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना ताहिर मदनी समेत 18 लोगों को अरेस्ट भी किया है। महिलाओं का आरोप है पुलिस ने पार्क खाली कराने के लिए लाठीचार्ज किया।
बवाल थमने के बाद बाद पुलिस ने मौलाना जौहर अली पार्क में पानी भर दिया तांकि उसमें फिर से कोई धरना प्रदर्शन ना हो सके। पथराव में एक पुलिसकर्मी सहित तीन लोग घायल हो गए। बिलरियागंज स्टेशन अधिकारी का एक वाहन भी इसमें क्षतिग्रस्त हो गया। किसी भी असमान्य परिस्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने वहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की है।
आपको बता दें कि 17 जनवरी से लखनऊ के घंटाघर में महिलाओं ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया था लेकिन पुलिस ने रात में प्रदर्शनकारी महिलाओं का खाने पीने का सामान सहित कम्बल भी ज़ब्त कर लिया था। इस दौरान दर्शनकारी महिलाओं से पुलिस की तीखी नोकझोंक हुई थी।