नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामने आ चुकी कुछ सामुदायिक टकराव की घटनाओं को देखते हुए पुलिस प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा है और निर्देशित किया है कि सुरक्षा व्यवस्था पूरी चरह से चाक-चौबंद रहे ताकि प्रदेश में कोई भी अप्रिय घटना सामने ना आए और सभी वर्ग त्यौहारों को सौहार्दपूर्वक मनाएं।
गौर हो कि 3 मई को अक्षय तृतीया और ईद पर्व एक ही दिन मनाया जा सकता है, इसलिए शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी से लेकर एसएसपी, सीओ और थानाध्यक्ष के अवकाश चार मई तक के लिए तत्काल निरस्त करते हुए तैनाती स्थल पर पहुंचने का निर्देश प्रदेश सरकार द्धारा दिया गया था।
जो अहम कदम उठाए गए हैं वो हैं ये-
- लाउडस्पीकरों को हटाने, कम करने की कार्रवाई
- लगभग 30,000 धर्मगुरुओं ने संपर्क कर उन्हें विश्वास में लिया गया है
- करीब 21963 स्पीकर्स को हटाया गया है
- 42332 लाउडस्पीकरों की आवाज को अनुमेय सीमा के तहत लाया गया
- 31151 मस्जिदों को चिह्नित किया गया है, जहां अलविदा जुमे की नमाज अदा की जाएगी
- 2705 स्थानों को संवेदनशील के रूप में चिन्हित किया गया
- 7436 ईदगाह की पहचान की गई जहां ईद की नमाज होगी
- बल आवंटित- 46 कंपनी पीएसी, 7 सीएपीएफ, 1492 प्रशिक्षु
हाल ही में उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर के पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण वीडियो कांफ्रेंसिग की थी, उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में विभिन्न धर्मों के कई पवित्र पर्वों का आयोजन हुआ। यह सुखद है कि पूरे प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहा, आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण पर्व-त्योहार हैं रमजान का महीना चल रहा है ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा।
UP: 125 लाउडस्पीकरों को हटाया गया, 30 अप्रैल तक अवैध लाउडस्पीकरों को हटाने के संबंध में थाना प्रभारियों से मांगी रिपोर्ट
वहीं अजान और हनुमान चालीसा माइक पर पढ़ने को लेकर शुरू हुए नए विवाद में सीएम योगी ने कहा कि धार्मिक आजादी सबको है, लेकिन माइक की आवाज परिसर के बाहर नहीं जानी चाहिए।