UP Police personnel donating blood during Lockdown: देश वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रहा है। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस की चपेट में देश के 1000 लोग आ चुके हैं और यह संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है। पूरे देश में 14 अप्रैल तक घरों से बाहर निकलना प्रतिबंधित है।
ऐसे में आम लोगों को कोई परेशानी ना उठानी पड़े, केंद्र और राज्य की सरकारों हर संभव कदम उठा रही हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी कोरोना को हराने के लिए कई कदम उठाए हैं जिसमें लॉकडाउन के दौरान घरेलू सामान की डोर स्टेप डिलीवरी काफी व्यापक कदम माना जा रहा है। सरकार दूध, सब्जी, राशन और दवाएं जैसी जरूरत की चीजें घरों तक भिजवा रही है।
यूपी सरकार की इस मुहिम में उत्तर प्रदेश पुलिस पूरी तन्मयता के साथ जुटी हुई है। यूपी पुलिस की 112 के वाहन एक फोन या ट्वीट पर दौड़ रहे हैं। यूपी पुलिस जरूरतमंदों को खाना, राशन, सब्जी, दूध और दवाइयां उपलब्ध करा रही है। आपको बता दें कि जरूरत पड़ने पर जवान खून देकर भी मदद कर रहे हैं। यूपी पुलिस के इस काम की सोशल मीडिया पर जमकर सराहना हो रही है।
जब खून पड़ी जरूरत
रविवार को सिद्धार्थनगर के पशु चिकित्सक ने अपने बीमार पिता के संबंध में यूपी पुलिस से मदद मांगी। उनके पिता को तत्काल खून की जरूरत थी। ऐसे में कहीं से मदद नहीं मिली तो उन्होंने यूपी पुलिस से मदद मांगी। इसके बाद यूपी पुलिस के तीन जवान अस्पताल पहुंचे और खून देकर खाकी का फर्ज निभाया।
निभाया खाकी का फर्ज
लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने इस संबंध में ट्वीट कर यूपी पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल दिलीप पटेल, कॉन्स्टेबल अविनाश उपाध्याय और कॉन्स्टेबल प्रदीप गंगवार की तारीफ की। तीनों ने चार यूनिट ब्लड देकर चिकित्सक के पिता की जान बचाई।
बेटे ने जताया पुलिस का आभार
पशु चिकित्सक ने बताया कि उसके पिता को दो यूनिट ब्लड की जरूरत थी। कई दोस्तों से बात की लेकिन लॉकडाउन की वजह से कोई मदद नहीं कर पाया। मेरे किसी दोस्त ने यह जानकारी यूपी पुलिस तक पहुंचा दी और जवाब देवदूत बनकर आ गए। मैं उत्तर प्रदेश पुलिस का बहुत आभारी हूं।