- नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मी को सीने में गोली लगी
- इस दौरान पुलिसकर्मी ने अपना पर्स शर्ट की पॉकेट में रखा था और गोली इसमें जाकर फंस गई
- नागरिकता कानून के खिलाफ यूपी में जमकर मचा बवाल, अभी तक 16 की मौत
फिरोजबाद: एक कहावत है कि 'जाको राखे साइयां, मार सके ना कोई।' यह कहावत यूपी के एक पुलिसवाले पर बिल्कुल सटीक बैठती है। दरअसल शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में जब जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन हुए तो भीड़ उग्र हो गई और हिंसा भड़क उठी। इसी दौरान भीड़ से एक गोली चली और और चमत्कार ऐसा हुआ कि पुलिस कॉन्सटेबल विजेंदर कुमार को एक नया जीवन मिल गया।
विजेंदर कुमार अपने एसएसपी के साथ ड्यूटी पर थे कि इसी दौरान प्रदर्शनकारी और पुलिस आमने-सामने आ गए। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया और किसी ने पुलिस की तरफ गोली चला दी जो सीधे सिपाही विजेंदर कुमार को लगी। विजेंदर ने बुलेटप्रूफ जैकेट पहनी थी लेकिन गोली जैकेट को चीरकर निकल गई और विजेंदर की शर्ट की जेब में रखे पर्स में जाकर फंस गईं।
उस समय तो विजेंदर को पता भी नहीं चला लेकिन शनिवार को जब सिपाही ने वर्दी उतारी तो उसके पर्स में गोली फंसी हुई थी जिसे देखर विजेंदर हैरान रह गया। तुरंत ही विजेंदर ने इसकी जानकारी अपने सीनियर अधिकारियों को दी। इस बारे में विजेंदर का कहना है कि यह उसका दूसरा जन्म हुआ है। विजेंद्र का कहना है कि उसके पर्स में एटीएम के अलावा कुछ देवी देवताओं की तस्वीर भी थी।
आपको बता दें कि नागरिकता कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए जिसमें अब तक 16 लोगों की मौत भी हो गई है इनमें से मेरठ में चार, फिरोजाबाद में तीन, कानपुर और बिजनौर में दो-दो, वाराणसी, संभल, रामपुर और लखनऊ में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। हिंसक वारदात के मामले में अब तक पुलिस ने कुल 705 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि 4500 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस के मुताबिक टकराव स्थलों से पुलिस को गोलियों के 405 खाली खोखे मिले हैं।