- कचरा गाड़ी में फोटो ले जाते सफाई कर्मचारी को स्थानीयों ने टोका था
- लोगों ने पूछा- यह किनके फोटो और कूड़े में रख कहां ले जा रहे हो?
- पीएम-सीएम के अलावा हाथ ठेला से निकला था एक नष्ट फ्रेम्ड फोटो
उत्तर प्रदेश के मथुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फोटो कचरा गाड़ी में मिले। देखते ही देखते घटना से जुड़ा वीडियो वायरल हुआ और मामला सड़क से सोशल मीडिया जा पहुंचा। बाद में कूड़ा गाड़ी में ये फ्रेम्ड फोटो ले जाने वाले उक्त कॉन्ट्रैक्ट सफाई कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया।
दरअसल, माइक्रो ब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर एक मिनट पांच सेकेंड का वीडियो सामने आया था, जिसमें एक सफाई कर्मचारी कूड़ा गाड़ी लेकर जा रहा था। पीछे से कोई शख्स उनका वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था। कचरा गाड़ी में कुछ फोटो दिख रहे थे, जिसे लेकर वह आदमी सफाई कर्मी से कहने लगा- मथुरा में मुख्यमंत्री का फोटो डस्टबिन में। ये देखिए आप...भाई, ये फोटो निकालो, ये किनका है? आपके सीएम का फोटो है...ये देखिए सीएम का फोटो है। पीएम नरेंद्र मोदी का फोटो भी है।
वीडियो रिकॉर्ड करने वाले इसके बाद सफाई कर्मचारी का नाम पूछने लगे, जिसके बाद उन्होंने जवाब दिया कि उन्हें यह तस्वीरें कूड़े में पड़ी मिली थीं। बाद में राजस्थान के अलवर के रहने वाले पंकज गुप्ता नामक व्यक्ति ने इन तस्वीरों को कचरा गाड़ी से निकाला और धोने लगे। ऐसा बताया जा रहा है कि वह तस्वीरों को अपने साथ ले गया। उन्होंने कहा, "जिसने भी इन तस्वीरों के साथ ऐसा किया, वह गलत किया है।" इस बीच, वीडियो रिकॉर्ड करने वाला शख्स बोला- फर्स्ट क्लास फोटो नहीं तब भी इन तस्वीरों को सम्मान के साथ विसर्जित करना चाहिए।
इस बीच, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद बोले कि ये एक्शन बीजेपी की राजशाही है। देश में अघोषित इमरजेंसी लगी है और जुल्म किया जा रहा है। सुनें, उन्होंने और क्या कहाः
मथुरा-वृंदावन के अतिरिक्त निगम कमिश्नर सत्येंद्र कुमार तिवारी के मुताबिक, "मीडिया के माध्यम से पता चला कि निगम का संविदा कर्मचारी अपने हाथ ठेला में पीएम और सीएम का फोटो लेकर जा रहा था। सुभाष इंटर कॉलेज के पास उससे भूलवश वे फोटो उसे मिलीं। स्थानीय लोगों ने टोका तो पता चला कि उसके पास किसकी तस्वीरें हैं। तत्काल फोटो कूड़े से हटा दिए गए। मामले में सफाई कर्मचारी की लापरवाही मालूम पड़ती है। सफाई कर्मचारी पर कार्रवाई करते हुए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। हम इस लापरवाही की कड़ी निंदा करते हैं।"