- उरुग्वे की महिला डिप्लोमैट ने उड़ाई लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां
- बिना मास्क पहने साइक्लिंग करने पर पुलिस ने रोका तो करने लगीं बहस
- दिल्ली में मास्क पहनना है अनिवार्य नहीं पहनने पर जुर्माना और छह माह तक हो सकती है जेल की सजा
नई दिल्ली: विदेशी महिला उरुग्वे की राजनयिक है जो साइकिलिंग करने के लिए बाहर निकली तो बिना मास्क पहने निकली थी। इस दौरान पुलिस ने रोका तो वह भिड़ गईं। नई दिल्ली: पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस की चपेट में है और भारत भी इससे अछूता नहीं रहा है। भारत ने इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया है और नियमों में सख्ती की है। दिल्ली और यूपी सरकार ने तो बाहर निकलने पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। लेकिन एक विदेशी महिला राजनयिक न केवल लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाती दिखी बल्कि पुलिस द्वारा रोकने पर वह उन्हीं से भिड़ गई।
मामला राजधानी दिल्ली के वसंत विहार इलाके का है जो बेहद पॉश माना जाता है। इस इलाके में कई विदेशी दूतावास स्थित हैं और यहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहती है। ऐसे में पुलिस शनिवार को जब लॉकडाउन के नियमों को लेकर सख्ती बरत रही है जो एक विदेशी महिला राजनयिक इसे लेकर पुलिस से ही भिड़ गई। दरअसल यह महिला उरुग्वे की डिप्लोमैट है। पुलिस ने जब महिला को लॉकडाउन के नियमों का हवाला देते हुए मास्क पहनने को लेकर सवाल किया तो वह पुलिस से बहस करने लगीं।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 'उरुग्वे की एक महिला को पुलिस ने कल वसंत विहार के पश्चिमी मार्ग में रोका क्योंकि वह बिना दस्ताने या मास्क पहने साइकिल चला रही थी। उसने पुलिस के साथ बहस करना शुरू कर दिया और उस पुलिस अधिकारी का नाम नोट किया जिसने उसे दस्ताने और मास्क पहनने के लिए कहा। इस घटना के दौरान, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और हमें सूचित किया कि वे वसंत विहार के विदेशी नागरिकों को भी समझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे उनकी बात नहीं सुन रहे हैं।'
महिला पुलिकर्मियों से कहने लगी कि मुझे आप रोक नहीं सकते हैं और मुझे विदेश मंत्रालय से कोई ईमेल नहीं मिला है नियमों को लेकर। जब पुलिस ने महिला से आई कार्ड मांगा तो उसने न केवल इंकार किया बल्कि पुलिस से उलझ गईं। फिलहाल इस मामले में विदेश मंत्रालय की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।