नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ और हज मंत्री मोहसिन रजा ने कहा है कि वो इस साल ईद नहीं मनाएंगे। उन्होंने कहा कि इसकी जगह वो उन लोगों की मदद करेंगे जो कोरोना के समय में परेशान हैं।
उन्होंने कहा, 'अपने बारे में बताना चाहता हूं कि मैं इस साल ईद का पर्व नहीं बनाऊंगा, सिर्फ घर में इबादत करूंगा, क्योंकि हमारे लोग लॉकडाउन में परेशान हैं। ईद के दौरान हम जो खर्च करते हैं, अगर उस खर्च से उनके घर में खुशियां आ जाती हैं तो हम उन्हें अपनी ईद समर्पित करेंगे।'
मंत्री ने आगे कहा कि मैं मुस्लिम समाज के संपन्न लोगों से भी अपील करूंगा कि वो इस समय परेशान लोगों की मदद के लिए आगे आएं। इस साल ईद ना मनाएं, बल्कि उस खर्च से जरूरतमंदों की मदद करें।
देश में सोमवार को ईद का पर्व मनाया जाएगा। कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लागू देशव्यापी लॉकडाउन के बीच देश के प्रमुख उत्सवों में शुमार ईद का त्योहार इस वर्ष बेहद सादगी से मनाया जाएगा। ईद के त्यौहार के अवसर पर शीर कोरमा या सेवइयां तैयार करने से लेकर बिरयानी और कई तरह के पकवान तैयार किए जाते हैं।
घर पर ही नमाज अदा करने की अपील
दिल्ली की ऐतिहासिक फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कोरोना वायरस और लॉकडाउन के मद्देनजर मुस्लिम समुदाय से अलविदा जुमा और ईद की नमाज़ घर में ही अदा करने की अपील की। शाही इमाम ने एक वीडियो जारी कर कहा, 'आज कल लॉकडाउन चल रहा है। बीमारी फैलने का बहुत डर है। कानून की पाबंदियां हैं। लिहाजा जो परामर्श जारी किया जा रहा है उसी पर अमल करें।'
वहीं दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम, सैयद अहमद बुखारी ने कहा, ईद उल फितर 25 मई को मनाया जाएगा क्योंकि आज चांद नहीं देखा जा सकता है। यह महत्वपूर्ण है कि हम सावधानी बरतें और सामाजिक दूरी बनाए रखें। हमें हाथ मिलाने और गले मिलने से दूर रहना चाहिए। हमें सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए।'