- भड़काऊ भाषण देने के आरोप में शरजील इमाम के खिलाफ दर्ज हैं केस
- बिहार पुलिस की सहयोग से दिल्ली पुलिस ने जहानाबाद से किया गिरफ्तार
- अलीगढ़ हिंसा मामले में शरजील से पूछताछ करना चाहती है यूपी पुलिस
अलीगढ़ : भड़काऊ भाषण मामले में बिहार से गिरफ्तार जवाहर लाल नेहरू (जेएनयू) के शोध छात्र शरजील इमाम को पूछताछ के लिए अलीगढ़ लाया जाएगा। उत्तर प्रदेश पुलिस अलीगढ़ हिंसा मामले में शरजील से पूछताछ करेगी। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक यूपी पुलिस पूछताछ के लिए शरजील का रिमांड मांगेगी क्योंकि अलीगढ़ में उसके खिलाफ केस दर्ज है। अपने खिलाफ केस दर्ज होने के बाद शरजील गिरफ्तार था। दिल्ली पुलिस ने बिहार पुलिस के सहयोग से उसे मंगलवार को जहानाबाद से गिरफ्तार किया।
अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुल्हाड़ी ने कहा, 'चूंकि जेएनयू के छात्र शरजील इमाम के खिलाफ यहां एक केस दर्ज है, इसलिए रिमांड का आवदेन करने के बाद उसे अलीगढ़ लाया जाएगा।' बता दें कि पिछले सप्ताह शरजील का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ जिसमें वह कथित रूप से असम सहित पूर्वोत्तर के राज्यों को भारत से अलग करने की बात कहते हुए पाया गया। इसके पहले जहानाबाद पुलिस ने शरजील के छोटे भाई मुजम्मिल इमाम को हिरासत में लिया।
भड़काऊ बयान देने के लिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शरजील के खिलाफ केस दर्ज किया है। जेएनयू के इस छात्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 124ए, 153ए और 505 के तहत केस दर्ज हुआ है। शरजील पर आरोप है कि गत 16 जनवरी को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों के प्रदर्शन के दौरान उसने विवादास्पद भाषण दिया। इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया है।
शरजील के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए है। इनमें से एक वीडियो में वह कथित रूप से कहते पाया गया, 'यदि हम सभी लोग एक साथ आ जाएं तब हम भारत से पूर्वोत्तर को अलग कर सकते हैं। हम यदि हमेशा के लिए ऐसा नहीं कर सकते तो कम से कम एक या दो महीने ऐसा कर सकते हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम असम को भारत से अलग कर दें। ऐसा जब होगा तभी सरकार हमारी बात सुनेगी।'
शरजील की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह ट्रांजिस रिमांड पर लेकर राजधानी आएगी। इसके बाद उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि शरजील ने सरेंडर नहीं किया बल्कि उसे गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस ने बताया कि बिहार पुलिस के सहयोग से उसे जहानाबाद से गिरफ्तार किया गया। वह अंतिम बार 25 जनवरी को बिहार में ही देखा गया था जिसके बाद दिल्ली पुलिस की एक टीम वहां रवाना हुई।