- उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की पहली लिस्ट
- बीजेपी ने कई मौजूदा विधायकों के टिकट पर चलाई कैंची
- हल्द्वानी और रानीखेत सहित कई सीटों पर अभी भी पेंच फंसा हुआ है
देहरादून: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए अपने 59 नामों का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने अधिकांश सीटों पर पुराने चहेरों को ही मौका दिया है लेकिन 10 वर्तमान विधायकों के टिकट पर कैंची भी चली है। इतना ही नहीं जिन सीटों पर अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं, उनमें कई दावेदार होने की वजह से संकट सा बना हुआ है। कहा जा रहा है कि बचे हुए सीटों पर भी जल्द ही उम्मीदवार घोषित कर दिए जाएंगे। गायक जुबिन नौटियाल के पिता को चकराता से टिकट दिया गया है जो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को चुनौती देंगे।
कुमाऊं की इन सीटों पर कटे मौजूदा विधायकों के टिकट
कुमाऊं मंडल की सीटों की बात करें तो यहां चार विधायकों के टिकट काटे गए हैं। अल्मोड़ा सीट पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान का टिकट काटकर पूर्व विधायक कैलाश शर्मा को टिकट दिया गया है। कैलाश शर्मा यहां से सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। वहीं द्वाराहाट सीट पर मौजूदा विधायक महेश नेगी की जगह युवा चेहरा औऱ पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अनिल शाही चुनाव मैदान में होंगे। वहीं बागेश्वर जिले की कपकोट सीट से मौजूदा विधायक बलवंत भौर्याल की जगह शेर सिंह गढ़िया को टिकट दिया गया है। और गंगोलीहाट सीट पर भाजपा ने विधायक मीना गंगोली की जगह फकीर राम टम्टा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
कुंवर चैंपियन की जगह उनकी पत्नी को टिकट
काशीपुर सीट से भाजपा ने मौजूदा विधायक हरभजन सिंह चीमा की जगह त्रिलोक सिंह चीमा को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा खानपुर से कुंवर प्रणव सिंह ‘चैम्पियन' की जगह उनकी पत्नी कुवंरानी देवयानी को उम्मीदवार बनाया गया है। गढ़वाल मंडल की बात करें तो मुकेश कोली की जगह राजकुमार पोरी को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। पुरोला से मौजूदा विधायक राजकुमार की जगह दुर्गेश्वर लाल को उम्मीदवार बनाया गया है। कर्णप्रय़ाग से मौजूदा विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी की जगह अनिल नौटियाल को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है। वहीं बाजपुर सीट पर यशपाल आर्या के कांग्रेस में जाने के बाद यहां से सुरेश कुमार को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं नैनीताल सीट पर संजीव आर्या के कांग्रेस में जाने से यहां सरिता आर्या को टिकट दिया गया है जो कुछ दिन पहले बीजेपी में शामिल हुई थी।
अभी भी कई वीआईपी सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है जिसमें लालकुआं, रुद्रपुर, हल्द्वानी, रानीखेत, डोईवाला जैसी सीटों पर अभी भी बीजेपी ने अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं। इन सीटों पर कई दिग्गज दावेदारों ने दावेदीरी ठोक रखी है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि कैसे बीजेपी इसका समाधान निकालती है।