- राजस्थान की राजनीति में सुगबुगाहट हुई तेज, क्या अलग होंगी वसुंधरा की राह
- वसुंधरा राजे के समर्थकों ने बीजेपी से हटकर बनाया अपना अलग संगठन
- बीजेपी नेता बोले- केंद्रीय नेतृत्व को पता है हर खबर
जयपुर: कांग्रेस के बाद अब राजस्थान बीजेपी में सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थकों ने अपना एक अलग मंच बना लिया है। सोशल मीडिया पर इसके पत्र भी वायरस हो रही है। वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान मंच (Vasundhara Raje Samrthak Rajasthan Manch) की कार्यकारिणी की लिस्ट में विजय भारद्वाराज को प्रदेश अध्यक्ष बताया जा रहा है जबकि भूपेंद्र सिंह रजावत को कार्यालय प्रमुख बताया गया है।
नियुक्त किए जिलाध्यक्ष
इस संगठन ने हर जिलों में अपने जिलाध्यक्ष बनाने शुरू कर दिए हैं और साथ में युवा एवं महिला संगठनों को भी तैयार किया जा रहा है। बीजेपी में शायद यह पहला मौका होगा जब पार्टी में रहते हुए किसी नेता ने अलग संगठन तैयार किया हो,हालांकि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का भी अपना अलग संगठन है जिसका नाम हिंदु युवा वाहिनी संगठन है। वसुंधरा समर्थकों के इस कदम को दवाब बनाने का भी एक पैंतरा बनाया जा रहा है। हालांकि टीम अपना लक्ष्य बीजेपी को चुनाव जीतना बता रही है।
काफी समय से सक्रिय नहीं है वसुंधरा
दरअसल पिछले काफी समय से वसुंधरा राजे ज्यादा सक्रिय नहीं दिख रही हैं और सियासी गलियारों में उन्हें लेकर तरह-तरह के चर्चाओं के बाजार गर्म हैं। शुक्रवार को ही खबर आई थी कि दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई बैठक में राजस्थान प्रदेश के तमाम बड़े नेता बुलाए गए हैं लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री राजे को इस बैठक में नहीं बुलाया गया है। ऐसे में चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। जिस समय कांग्रेस में संकट पैदा हुआ था उस समय भी वसुंधरा राजे ज्यादा सक्रिय नहीं दिखी थी और उनकी चुप्पी को लेकर भी सवाल उठे थे।
बीजेपी को सबकुछ है पता
वसुंधरा समर्थकों द्वारा हर जिले में संगठन खड़ा करने को लेकर बीजेपी प्रदेश सतीश पुनिया ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी को नए संगठन के बारे में पूरी जानकारी है और जो लोग इसमें काम कर रहे हैं वो पार्टी के सक्रिय सदस्य नहीं हैं। वायरल हो 'वसुंधरा राजे समर्थक राजस्थान राजस्थान' सगंन के पत्र में लिखा है, 'हमारा उद्देश्य वसुंधरा राजे के प्रति सेवा भाव रखते हुए पूर्ण निष्ठा व समर्पण से इनकी उपलब्धियों को राजस्थान के कोने में जन-जन तक पहुंचाना है। '