- भारतीय रेलवे समय-समय पर बनाते रहता है नए कीर्तिमान
- शेषनाग के बाद आई सुपरशेषनाग ट्रेन, छत्तीसगढ़ के कोरबा में पटरी पर दौड़ी
- इससे पहले भी रेलवे ने स्थापित किए गए रिकॉर्ड
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे लगातार नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। पिछले साल जुलाई में सुपर एनाकोंडा नाम से नई ट्रेन चलाने के बाद रेलवे ने उससे भी लंबी ट्रेन शेषनाग चलाई थी। अब रेलवे ने तमाम रिकॉर्ड्स को पीछे छोड़ते हुए अब तक की सबसे बड़ी ट्रेन पटरियों पर दौड़ाई है। इस ट्रेन को सुपर शेषनाग का नाम दिया गया है जिसने छत्तीसगढ़ के कोरबा में अपना पहला सफर तय किया है। इसका वीडियो रेलवे ने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी साझा किया है।
अब तक की सबसे लंबी ट्रेन
‘सुपर शेषनाग’ ट्रेन भारतीय रेलवे नेटवर्क पर चलने वाली अब तक की सबसे लंबी ट्रेन है जिसमें कुल 4 इंजन लगे हैं। . रेल मंत्री ने ट्वीट कर कहा, 'मालढुलाई में शेषनाग ट्रेन की सफलता के बाद भारतीय रेल द्वारा 'सुपर शेषनाग' का सफलतापूर्वक संचालन किया गया। इस ट्रेन ने 4 लोडेड मालगाड़ियों के कुल 20,906 टन भार के साथ कोरबा, छत्तीसगढ़ से अपना पहला सफर तय किया।'
विदेशों में चर्चा
इन ट्रेनों की चर्चा विदेशों में भी हो रही है। कुछ समय पहले ही एक व्याख्यान के दौरान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक गौतम बनर्जी ने चार रैक को एकसाथ जोड़कर चलाई जा रही मालगाड़ियों की तकनीक के बारे में बात करते हुए कहा कि इसे जानकर अमेरिका और ब्रिटेन के इंजीनियर भी हैरान हैं। इन लंबी मालगाड़ियों को तीन या चार इंजन खींचते हैं जिनका नियंत्रणसबसे आगे चल रहे इंजन में होता है। बांकि के इंजन वायरलेस सिस्टम के माध्यम से आगे चल रहे इंजन का पालन करते हैं।
नई नीति
हाल ही में रेल मंत्रालय ने माल ढुलाई के ग्राहकों की सुविधा प्रीमियम इंडेंट (विशेष मांग) की नीति पेश की है। इस नीति के तहत, अगर कोई ग्राहक प्रीमियम इंडेंट के लिए अनुरोध करता है, तो रेलवे बोर्ड के यातायात परिवहन निदेशालय की ओर से समय-समय पर जारी किए गए प्रिफ्रेंशियल ट्रैफिक ऑर्डर (प्राथमिकता आधारित यातायात आदेश) के तहत रैक आवंटन में दो दिन प्राथमिकता मिलेगी, अभी सोमवार और शुक्रवार को मिल रही है। हालांकि, अन्य दिनों में इंडेंट की प्राथमिकता के सामान्य आदेश का पालन होगा।