नई दिल्ली: कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन किया गया है। लोगों के घरों से बेवजह निकलने पर पाबंदी है। देश में कई जगह लोग लॉकडाउन का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे लेकिन तेलंगाना के एक गांव ने लॉकडाउन को बड़ी ही गंभीरता से लिया है। यहां लोग अपने घरों को छोड़कर खेतों में चले गए हैं ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का अच्छी तरह से पालन किया जा सके। ग्रामीणों ने अपने-अपने खेतों में अस्थायी तौर पर रहने की व्यवस्था की है। वह अपने साथ खाने का सामान भी ले गए हैं जिससे उन्हें घरों को बार-बार वापस नहीं आना पड़े।
पूरा गांव खेतों में हुआ शिफ्ट
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कामारेड्डी जिले का कोमाटीपल्ली गांव शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर है। खेत गांव से 2-3 किमी दूर स्थित हैं। सभी परिवार 28 मार्च से वहां रह रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, साल के इस समय के दौरान कुछ परिवार सुरक्षा के लिए खेतों में रहते हैं और काम भी करते हैं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से अब पूरा गांव शिफ्ट हो गया है। एक ग्रामीण ने कहा, 'हमें बीमारी के बारे में पता है जो फैल रही है। हम अपने बच्चों को सुरक्षित रखना चाहते थे, इसलिए खेतों में रहने का फैसला किया।'
'घरों में जाने से पूरी तरह से बचना चाहिए'
ग्रामीण अपने साथ मवेशियों को भी ले गए। एक महिला ने कहा कि उन्हें सूचित किया गया था कि उन्हें अन्य लोगों के घरों में जाने या उनसे मिलने से पूरी तरह से बचना चाहिए। महिला ने कहा, 'हमने सोचा कि सबसे अच्छी बात यह है कि खुद को जोखिम में डालने के बजाए खेतों में अस्थायी शेल्टर बनाकर वहां काम करके सावधानी बरती जाए।' ग्रामीण धान, मक्का और अन्य फसलों की खेती करते हैं। अन्य ग्रामीणों ने कहा कि लगभग 150 परिवारों में से कुछ परिवार ऐसे हैं जिन्होंने गांव में ही रहने का फैसला किया, लेकिन वे भी शिफ्ट हो सकते हैं।