नोएडा : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन में कई दिनों से उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा हो रही है। इस हिंसा में दिल्ली पुलिस से हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल समेत सात लोगों की मौत हो गई है। डीसीपी करीब 100 लोग घायल हो गए हैं। उत्तर प्रदेश का नोएडा इन इलाकों के करीब है। इसलिए हिंसा की आंच नोएडा तक ना पहुंचे। इसको देखते हुए यूपी पुलिस ने यहां रेड अलर्ट जारी किया है।
प्रथम जोन के डीसीपी संकल्प शर्मा ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली-नोएडा सीमा पर पुलिस सघन जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि सोमवार देर रात से ही नोएडा तथा दिल्ली को जोड़ने वाले सभी रास्ते पर बैरिकेट्स लगा दिए गए हैं, गाड़ियों की तलाशी ली जारी है और पुलिस के आला अधिकारी रात से ही स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। शर्मा ने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण है लेकिन एहतियात के तौर पर पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। डीसीपी ने बताया कि खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क किया गया है तथा संवेदनशील इलाकों पर नजर रखी जा रही है।
क्या होता है रेड अलर्ट
रेड अलर्ट का मतलब होता है सबसे खतरनाक स्थिति, जब भारी नुकसान होने की संभावना होती है तो यह अलर्ट जारी किया जाता है। यदि कोई अस्पताल, एक पुलिस बल या सैन्य बल रेड अलर्ट पर है तो उन्हें चेतावनी दी जाती है कि कोई इमरजेंसी स्थिति है, इसलिए वे इससे निपटने के लिए तैयार रहें। अक्सर मौसम विभाग द्वारा भयंकर तूफान आने पर जारी की जाती है।
ऑरेंज, येलो, ग्रीन अलर्ट के बारे में भी जानें
ऑरेंज अलर्ट- इसका मतलब है कि खतरा है, इसके लिए तैयार रहें। येलो अलर्ट- इसका मतलब है कि खतरे को लेकर सावधान रहें। यह लोगों से सचेत करने के लिए जारी किया जाता है। ग्रीन अलर्ट- इसका मतबल होता है कि अभी कोई खतरा नहीं है। ये तीनों अलर्ट भी अक्सर मौसम या पर्यावरण को लेकर जारी किया जाता है।