- कोरोना से निपटने के लिए पीएम मोदी ने सोशल डिस्टेंसिंग पर दिया जोर
- एक मीटर का फासला और कोई रोड पर न निकले यही है कोरोना को हराने का उपाय
- 21 दिन के लिए लॉकडाउन, अब तक कोरोना के कुल 582 मामले सामने आए।
नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ जंग में पीएम नरेंद्र मोदी सोशल डिस्टेंसिंग का बार बार जिक्र करते हैं। यह उनके लिए सिर्फ शब्द नहीं है बल्कि उसे अमल में लाते भी हैं। लॉकडाउन के बाद कैबिनेट की पहली बैठक की तस्वीर आई सामने, पीएम, अमित शाह, राजनाथ सभी दूर-दूर बैठे। सभी मंत्रियों मे सोशल डिस्टेंसिंग के तहत एक मीटर की दूरी मेंटेन की।
लॉकडाउन के बाद कैबिनेट बैठक की पहली तस्वीर
एक मीटर के फासले पर कैबिनेट मंत्री
आप इस तस्वीर में देख सकते हैं कि पीएम और उनकी कैबिनेट के सभी सदस्यों के बीच की दूरी कम से कम एक मीटर है। दरअसल कोरोना के खिलाफ जंग में इस एक मीटर के फासले का बहुत बड़ा अर्थ है। पीएम मोदी ने 24 मार्च को देश को संबोधित करते हुए कहा था कि दुनिया के विकसित मुल्क तमाम संशाधनों के बाद भी कोरोना के खिलाफ उस दक्षता के साथ जंग नहीं लड़ पा रहे हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग ही मात्र एक उपाय
उन्होंने कहा था कि पिछले दो महीने के अनुभव और आंकड़े के बाद विशेषज्ञ भी इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि अगर कोरोना को मात देनी है तो सिर्फ और सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग ही मददगार हो सकता है। इसके लिए उन्होंने कहा कि कोरोना को आसान शब्दों में समझाया कि कोई रोड पर ना निकले। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा अदृश्य शत्रु हम लोगों की थोड़ी लापरवाही से बड़े वेग से आक्रमण कर सकता है जिसे संभाल पाना आसान नहीं होगा।