नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में अलीपुरद्वार के जिला मजिस्ट्रेट और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी सुरेंद्र कुमार मीणा स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ जंगलों और पहाड़ी इलाकों से 10 किमी से अधिक की दूरी तय करके एक दूरदराज के गांव अदमा तक पहुंचे, जहां उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ ग्रामीणों का टीकाकरण किया। उन्होंने कहा कि अदमा बहुत दूर स्थित और पहाड़ी गांव है। मैं यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम लेकर आया हूं ताकि 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को स्वास्थ्य केंद्र जाने की जरूरत न पड़े, जो कि बहुत दूर है। हमने मास्क और सैनिटाइजर भी वितरित किए हैं।
उन्होंने भारत-भूटान सीमा के पास बक्सा पहाड़ियों के सुदूर गांव अदमा तक पहुंचने के लिए लगभग 11 किलोमीटर की दूरी तय की। अदमा उनका आखिरी पड़ाव था।
'इंडिया टुडे' की खबर के अनुसार, उन्होंने कहा, 'हमने गांवों के अधिकांश घरों का दौरा किया और कोविड टीकाकरण के बारे में जागरूकता फैलाई। हमने उन्हें टीका लगवाने और उनकी भ्रांतियों को दूर करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। इसमें कोई शक नहीं कि स्थानीय लोगों को राजी करना एक कठिन काम था, लेकिन आखिरकार, पूरी योग्य आबादी को आश्वस्त किया गया और दिन के अंत तक टीका लगाया गया।'
इस तरह काम करने के लिए उनकी खूब तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग जमकर उनकी तारीफ कर रहे हैं। भारतीय वन सेवा के परवीन कस्वां ने भी सुरेंद्र कुमार मीणा और उनकी टीम का एक वीडियो पोस्ट किया। वीडियो के साथ वो लिखते हैं, 'यह सबसे अच्छी बात है जिसे आप आज देखेंगे। सुरेंद्र कुमार मीणा। अलीपुरद्वार के डीएम, जिन्होंने टीकाकरण अभियान के लिए भूटान सीमा पर एक दूरस्थ स्थान तक पहुंचने के लिए वन और पहाड़ियों के माध्यम से दिन भर यात्रा की। ऐसे सकारात्मक बदलाव आता है।'
ग्राम पंचायत सदस्यों के साथ-साथ ग्रामीणों ने भी सुरेंद्र कुमार मीणा का इस सुदूर गांव तक चलने और टीकाकरण अभियान के आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया और खुशी जताई।