कोलकाता : देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसे लेकर लोगों में खौफ भी बढ़ता जा रहा है। कोरोना के बढ़ते कहर के बीच लोगों के लिए तमाम तरह की मुश्किलें भी पैदा हो गई हैं। इस बीच परेशानियां उन लोगों के लिए भी बढ़ गई हैं, जिनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें लोगों को तमाम परेशानियां पेश आने की बातें सामने आई हैं।
नदी में बनाया ठिकाना
पश्चिम बंगाल से ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां कोरोना वायरस से संक्रमण की आशंका में लोगों को गांव में भी घुसने नहीं दिया जा रहा। ताजा मामला नदिया जिले के नवाबद्वीप का है, जहां एक बुजुर्ग शख्स को जब गांववालों ने गांव में दाखिल नहीं होने दिया तो उन्होंने नदी में ही नाव पर अपना ठिकाना बना लिया। ऐसे हालात में बुजुर्ग ने नाव में ही 14 दिनों तक क्वारंटीन रहने का फैसला लिया।
'गांव में घुसने नहीं दिया'
उनमें सक्रमण के लक्षण एक रिश्तेदार के घर से लौटने के बाद सामने आए हैं, जिसके बाद डॉक्टर्स ने उन्हें दो सप्ताह तक क्वारंटीन रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया, 'मैं हबीबपुर में एक रिश्तेदार के यहां गया था, जिसके बाद मुझे बुखार आ गया। गांव वालों ने मुझे गांव में दाखिल नहीं होने दिया। डॉक्टर की सलाह पर मैंने 14 दिनों तक यहां नाव पर ही ठिकाना बनाने का फैसला किया।'
पश्चिम बंगाल में बढ़ा संक्रमण
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायसर के मामलों की संख्या 34 हो गई है, जबकि यहां 6 लोगों की मौत हो गई। इस बीच राज्य में कई ऐसे लोगों पर भी नजर रखी जा रही है, जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के आयोजन में शिरकत की थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मरकज में शामिल हुए पश्चिम बंगाल के 71 लोगों की पहचान कर ली गई है। मरकज में शामिल सैकड़ों लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।