लोक कलाकार वासुदेव बाउल ने मंगलवार को ममता बनर्जी के रोड शो में कई अन्य 'बौल' लोक कलाकारों के साथ प्रस्तुति दिया, ये वही कलाकार हैं जिसके यहां अमित शाह ने लंच किया था। वासुदेव बाउल के इस कदम पर मिली जुली प्रतिक्रियायें सामने आ रही हैं, गौरतलब है कि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन राजनीतिक हलचल अभी से शेप ले रही हैं।
मंगलवार को टीएमसी की मुखिया और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीरभूम के फूलपुर में रैली की खास बात ये है कि यहां पर गृह मंत्री अमित शाह ने रोड शो किया था। अमित शाह ने बाउल संप्रदाय के जिस शख्स के घर खाना खाया था वो अब ममता के रोड शो शामिल हुआ इसे लेकर दिलचस्प तस्वीर सामने आ रही है।
बाउल गायक ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री को भोजन जरूर कराया लेकिन कोई बात नहीं कर पाए, क्योंकि वह दोपहर का भोजन करने के तुरंत बाद चले गए। राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने गरीबी में जीवन गुजार रहे दास को वित्तीय सहायता देने का वादा किया है।
"तृणमूल सरकार को बाउल गायक की अब तकलीफें नजर आई हैं"
वहीं बीजेपी का दावा है कि शाह के दास के घर जाने के बाद ही तृणमूल सरकार को बाउल गायक की तकलीफें नजर आई हैं। दास के आवास पर अमित शाह के भोजन कार्यक्रम की व्यवस्था संभालने वाले भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने कहा, ‘अमित शाह जी के वहां भोजन करने के बाद तृणमूल कांग्रेस की नजर दास की मुश्किलों पर गयी है, इतने साल से नहीं गई थी। यह दिखाता है कि समाज के गरीबों पर सबसे पहले भाजपा की नजर पड़ती है। हाजरा ने कहा कि अगर अमित शाह जी के उनके घर में भोजन करने से किसी गरीब परिवार को मदद मिलती है, तो ऐसे और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।