- धनखड़ का आरोप-कोविड 19 से मौत का आंकड़ा छिपा रही ममता सरकार
- राज्यपाल ने कहा कि आईएमसीटी का सम्मान रेड कॉरपेट बिछाकर करना चाहिए था
- धनखड़ ने ममता बनर्जी को अपना बयान वापस लेने और माफी मांगने की बात कही
कोलकाता : कोविड-19 की स्थिति पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। राज्यपाल ने ममता पर कोरोना महामारी से राज्य में होने वाली मौतों का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाया। धनखड़ ने कहा कि इस मुश्किल दौर में कोई मुख्यमंत्री यह कैसे कह सकता है कि राजनीतिक पार्टियां गिद्ध की तरह होती हैं जो मौत का इंतजार कर रही हैं। मुख्यमंत्री ममता को अपने इस बयान को वापस लेते हुए माफी मांगनी चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में राज्यपाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल ही एक मात्र राज्य जहां अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) को काम करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पूरा देश कोविड-19 के संकट का सामना कर रहा है और आईएमसीटी राज्य में कोविड-19 की स्थिति का जायजा लेने आई। हमें इस टीम का स्वागत लाल कालीन बिछाकर करना चाहिए था।
राज्यपाल ने कहा, 'राज्य सरकार के मुताबिक कोरोना महामारी से यहां अब तक 105 लोगों की मौत हुई है लेकिन सच्चाई यह है कि मौत का आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा है। हम मौत का वास्तविक आंकड़ा क्यों छिपाना चाहते हैं? दरअसल, स्थिति की गंभीरता के बारे में जानकारी होने पर लोग ज्यादा जागरूक होंगे।' राज्यपाल ने आगे कहा कि कोविड-19 से लड़ाई में सरकार के प्रयासों का सराहना लेफ्ट पार्टियों सहित विपक्ष ने किया है। इस मुश्किल दौर में एक मुख्यमंत्री यह कैसे कह सकता है कि राजनीतिक पार्टियां एक गिद्ध की तरह होती हैं जो मौत का इंतजार कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री ममता को अपने इस बयान को वापस लेना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।'
बता दें कि देश के कई शहरों में लॉकडाउन के उल्लंघन की घटनाएं सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने आईएमसीटी की टीमों का गठन किया। ये टीमें पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में गई। आईएमसीटी में शामिल सदस्यों ने कहा कि राज्य सरकार उनका सहयोग नहीं कर रही है। आईएमसीटी पर केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच कई तरह के बयान भी सामने आए। टीम को सहयोग न मिलने पर गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को कई बार पत्र लिखा।