- पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में घर में घुसकर अज्ञात हत्यारों ने एक शिक्षक सहित तीन की हत्या कर दी
- हत्यारों ने शिक्षक की गर्भवती पत्नी और आठ साल के बेटे को भी नहीं छोड़ा
- विजयदशमी के दिन हुई इस घटना से राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में पिछले काफी समय से हिंसक घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा (BJP) और संघ (RSS) के कार्यकर्ताओं की हत्या का जो सिलसिला चला था वो अब भी जारी है। राज्य के मुर्शिदाबाद (Murshidabad) में विजयदशमी के दिन एक परिवार के तीन लोगों की क्रूरतम तरीके से हत्या कर दी गई। मृतक बंधुप्रकाश पाल प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े थे। हत्यारों ने बंधुप्रकाश की गर्भवती पत्नी और आठ साल के बेटे को भी नहीं छोड़ा।
पुलिस ने फिलहाल हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। वहीं भाजपा ने इस सामूहिक हत्याकांड को लेकर एक बार फिर ममता सरकार को निशाने पर लिया है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'इस खौफनाक वीडियो ने मेरी अंतरात्मा को हिला दिया है ... एक आरएसएस कार्यकर्ता श्री बंधु प्रकाश पाल, उनकी आठ महीने की गर्भवती पत्नी और उनके बच्चे की पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में निर्मम हत्या कर दी गई। लिबरल द्वारा एक शब्द नहीं। 59 लिबरल्स द्वारा ममता को कोई पत्र नहीं भेजा गया।'
खबरों की मानें तो मृतक बंधु पाल एक प्राथमिक विद्यालय में टीचर थे और काफी समय से संघ से जुड़े हुए थे। विजयदशमी के दिन बंधु करीब सुबह 10 बजे बाजार से लौटे थे और उसके कुछ देर बाद उनके घर से चीखने की आवाज आई। पड़ोसियों की मानें तो एक शख्स उनके घर से भागते हुए दिखाई दिया था। तुरंत ही लोग वहां पहुंचे जहां सबके शरीर खून से लथपथ पड़े थे। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।