- सुल्ली डील और अब बुल्ली बाई ऐप, दोनों गिट हब पर डेवलप किए गए हैं।
- उत्तराखंड से एक महिला और बंगलुरू से एक 21 वर्षीय लड़के को अब तक हिरासत में लिया जा चुका है।
- केंद्र मंत्रीय मुख्तार अब्बास नकवरी के अनुसार, भारत को बदनाम करने की यह साजिश है।
नई दिल्ली: 2022 की शुरूआत, सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं के लिए बेहद चौंकाने वाली रही है। असल में इन महिलाओं के बारे में , एक ऐप के जरिए न केवल गलत जानकारियां फैलाई जा रही थीं, बल्कि ऑनलाइन उनकी बोली भी लगाई जा रही थी। यह ऐप था "Bulli Bai"। इस ऐप के जरिए अपने-अपने फील्ड में प्रभावशाली रूप से काम करने वाली महिलाओं को टारगेट किया जा रहा था। बुल्ली बाई ऐप का उसी तरह इस्तेमाल किया जा रहा था, जैसे कुछ दिन पहले सुन्नी डील ऐप को बनाकर मुस्लिम महिलाओं को टारगेट किया जा रहा था।
महिलाओं की शिकायत के बात पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। और आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि बुल्ली बाई ऐप जिस प्लेटफॉर्म गिट हब पर बनाया गया था। उसने ऐप को ब्लॉक कर दिया है। इसके पहले सुन्नी डील भी गिट हब (Git Hub) पर डेवलप किया गया था।
अब तक दो गिरफ्तार
इस बीच महिलाओं की शिकायत पर मुंबई साइबर पुलिस ने ‘बुली बाई’ ऐप मामले के संबंध में उत्तराखंड से एक महिला को हिरासत में लिया और बेंगलुरु से इंजीनियरिंग के एक छात्र को गिरफ्तार किया है। माना जा रहा है कि हिरासत में ली गई महिला, इस मामले में मुख्य आरोपी है। साइबर पुलिस ने बेंगलुरु से इंजीनियरिंग के 21 वर्षीय एक छात्र को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार दोनों आरोपी एक दूसरे को जानते हैं और इस मामले में आगे की जांच जारी है। मुंबई साइबर पुलिस ने ऐप के डेवलपर और उसका प्रचार-प्रसार करने वाले ट्विटर हैंडल के विरुद्ध भी एक मामला दर्ज किया है।
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क्या है गिट हब (Git Hub)
गिटहब एक ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म है। इसके यूजर्स को ऐप क्रिएट करने और उन्हें शेयर करने का ऑप्शन मिलता है। यहां पर्सनल या प्रोफेशनल किसी भी तरह का ऐप शेयर करने के साथ ही उसे बेचा भी जा सकता है।
GitHub दुनिया का सबसे बड़ा ओपन-सोर्स डेवलपर कम्युनिटी प्लेटफॉर्म है। जहां यूजर अपने प्रोजेक्ट और कोड को दूसरों को देखने, एडिट करने और ट्वीक करने के लिए अपलोड करते हैं। GitHub का मानना है कि कोई भी डेवलपर, उसके पास जो भी सॉफ्वेयर कोड या ऐप कोड है, उसे वह प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर सकता है, और दूसरों को उनके साथ सहयोग करने के लिए इसे सुधारने, कमियों को खोजने और समस्याओं को ठीक करने में मदद ले सकता है।
क्या भारत को बदनाम करने की साजिश
इस बीच केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि देश की मिली-जुली संस्कृति के खिलाफ कोई भी साइबर आपराधिक सांप्रदायिक साजिश कामयाब नहीं होगी।सरकार इस मामले में कार्रवाई कर रही है और महिलाओं को निशाना बनाना अस्वीकार्य है। और यह देश को बदनाम करने की साजिश है।
इस बीच इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि महिलाओं का अपमान और सांप्रदायिक नफरत तभी बंद होंगे जब हम सब एक आवाज में इसके खिलाफ खड़े होंगे। साल बदला है हाल भी बदलो- अब बोलना होगा।वहीं महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया कि यह शर्मनाक है कि मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ इस प्रकार की अपमानजनक काम करने वाले अपराधियों को खुली छूट दी जाती है।
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