- बीजेपी में संगठन के स्तर पर बदलाव
- राज्यों के प्रभारियों और सह प्रभारियों के नाम का ऐलान
- आम चुनाव 2024 पर खास नजर
साल 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपने संगठन में बड़े और महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं इन बदलावों को 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है बीजेपी ने 15 राज्यों के प्रभारी और सह प्रभारियों की सूची जारी की है जिनमें कई बड़े कद्दावर नेताओं को टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है लेकिन कुछ नाम ऐसे जिन पर संगठन ने बहुत ज्यादा भरोसा जताया है उन्हीं में से एक नाम विनोद तावड़े जिम्हे बिहार का प्रभारी बनाया गया है।
बीजेपी के लिए बिहार अहम
बिहार में सत्ता से बेदखल होने के बाद बीजेपी के निशाने पर हैं बिहार के मख्यमंत्री नीतीश। वजह बिलकुल साफ है नीतीश कुमार 2024 के लिए समूचे विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हुए हैंवो खुद भी पीएम बनने की ख्वाहिश रखते हैं। ऐसे में बीजेपी ने अपने सबसे भरोसमंद चेहरे विनोद तावड़े को मैदान में उतारा है। विनोद तावड़े महाराष्ट्र से आते हैं और वर्तमान में वो जेपी नड्डा की टीम में राष्ट्रीय महासचिव हैं।बिहार का प्रभार मिलने से पहले वो हरियाणा राज्य के प्रभारी थे।
तावड़े के पास अनुभव का खजाना
तावड़े को कुशल संगठनकर्ता माना जाता है, तावड़े के पास 20 साल का सरकार और संगठन दोनों में काम करने का लंबा अनुभव है... विनोद तावड़े देवेन्द्र फडणवीस की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।विनोद तावड़े बाल स्वमसेवक सेवक के रूप में संघ से जुड़े और और 1995 में वो बीजेपी में आने से पहले वो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में में राष्ट्रीय महामंत्री का दायित्व निभा चुके हैं2024 के लोकसभा चुनाव की नजर से देखे तो यूपी के बाद बिहार बीजेपी के सबसे अहम राज्य है यहां लोकसभा की 40 सीटे आती हैं
राजनीतिक समीकरण पक्ष में नहीं
बिहार में राजनीतिक समीकरण बीजेपी के अनुकूल नहीं है, तावड़े से पहले ये जिम्मेदारी भूपेंद यादव के पास थी लेकिन उनके मंत्री मंडल में शामिल हो जाने के बाद , ये अहम जिम्मेदारी विनोद तावड़े को सौंपी गई है जिसके मायने साफ हैं की पार्टी ने उनको बड़ी और अहम जिम्मेदारी सौंपी है, बिहार में कमल खिलाने की और नीतीश कुमार की हर चाल को नाकाम करने की, इस अहम भूमिका में उनका साथ निभायेगे हरीश दिवेदी जो की बिहार के सह प्रभारी बनाए गए हैं