- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने की ग्रामीण इलाकों में राज्य सरकार के अभियान की सराहना
- 10 हजार घरों तक पहुंच डब्ल्यूएचओ ने देखा कोविड मैनेजमेंट का योगी माडल
- 2000 टीमों के काम की निगरानी कर डब्ल्यूएचओ ने तैयार की रिपोर्ट
लखनऊ: योगी सरकार के शानदार कोविड प्रबंधन पर एक बार फिर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मुहर लगा दी है। ग्रामीण इलाकों में राज्य सरकार के कोरोना के माइक्रो मैनेजमेंट को डब्ल्यूएचओ ने सराहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी वेबसाइट पर यूपी सरकार के कोविड प्रबंधन की खुल कर तारीफ की है।
डब्ल्यूएचओ ने यूपी के ग्रामीण इलाकों में कोरोना को रोकने के लिए चलाए जा रहे महा अभियान की चर्चा करते हुए अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राज्य सरकार ने किस तरह से 75 जिलों के 97941 गांवों में घर घर संपर्क कर कोरोना की जांच करने के साथ आइसोलेशन और मेडिकल किट की सुविधा उपलब्ध कराई।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने योगी सरकार के कोविड मैनेजमेंट को धरातल पर परखने के लिए यूपी के ग्रामीण इलाकों में 10 हजार घरों का दौरा किया । डब्ल्यू एचओ की टीम ने खुद गांवों में कोविड मैनेजमेंट का हाल जाना।
कोरोना मरीजों से उनको मिल रही चिकित्सीय सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। इतना ही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने फील्ड में काम कर रही 2 हजार सरकारी टीमों के काम काज की गहन समीक्षा भी की है।
पूरे अभियान पर नजर रखने के लिए 21242 पर्यवेक्षकों की तैनाती
डब्ल्यूएचओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि किस तरह यूपी के ग्रामीण इलाकों में किस तरह योगी सरकार ने सामुदायिक केंद्रों, पंचायत भवनों और स्कूलों में कोरोना मरीजों की जांच और इलाज की सुविधा दे रही है। जिले के हर ब्लाक में कोविड जांच के लिए राज्य सरकार की ओर से दो मोबाइल वैन तैनात की गई है। कोरोना के खिलाफ महाअभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग की 141610 टीमें दिन रात काम कर रही हैं। कोविड मैनेजमेंट की इस पूरे अभियान पर नजर रखने के लिए योगी सरकार ने 21242 पर्यवेक्षकों की तैनाती की है।
राज्य में इस तरह का अभियान चलाने वाला यूपी देश का पहला राज्य
ग्रामीण इलाकों में कोविड समेत अन्य संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए योगी सरकार ने बड़े स्तर पर स्वच्छता अभियान चला रखा है। 60 हजार से अधिक निगरानी समितियों के 4 लाख सदस्य गांवों में घर घर पहुंच कर न सिर्फ कोविड के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं बल्कि साफ, सफाई और स्वास्थ्य सुविधाओं से भी जोड़ रहे हैं।
राज्य में इस तरह का अभियान चलाने वाला यूपी देश का पहला राज्य है। गौरतलब है कि कोरोना की पहली लहर के दौरान भी योगी सरकार के शानदार कोविड मैनेजमेंट की डब्ल्यूएचओ समेत देश और दुनिया में जम कर तारीफ हुई थी।मंगलवार तक चलाए गए स्वच्छता अभियान का ब्यौरा -
• कुल ग्राम पंचायतों की संख्या – 58194
• कुल राजस्व ग्रामों की संख्या – 97509
• सफाई अभियानों में मंगलवार को उपस्थित सफाई कर्मियों की संख्या - 80474
• राजस्व ग्रामों की संख्या जहां मंगलवार को सफाई हुई – 59759
• राजस्व ग्रामों की संख्या जहां मंगलवार को सैनीटाइजेशन किया गया – 24149
• राजस्व ग्रामों की संख्या जहां मंगलवार को फोगिंग किया गया - 11890
• कुल आयोजित सफाई अभियानों की (राजस्व ग्राम वार) क्रमिक संख्या – 1767616
निगरानी समितियों द्वारा कोविड प्रबंधन के लिए मंगलवार तक किए गए कार्य-
• कुल गठित निगरानी समितियों की संख्या – 60569
• कुल कन्टेन्मेंट जोन की संख्या – 25577
• आइसोलेट किए गए व्यक्तियों की संख्या – 171985
• वितरित मेडिकल किट की संख्या – 183231
कम हुए सक्रिय मामले-
प्रदेश में बीते दस दिन में करीब एक लाख एक्टिव केस कम हो गए हैं। सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार के इस प्रयास को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी काफी सराहा है। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार दस दिनों में उत्तर प्रदेश में कुल एक्टिव केस 94 हजार घट गए हैं। प्रदेश में 30 अप्रैल को कोरोना वायरस की सेकेंड स्ट्रेन अपने चरम पर थी।