- कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए तेजी से तैयार किए जा रहे नए अस्पताल
- कोरोना से लड़ाई के लिए ओडिशा और उत्तर प्रदेश में हो रहा काम
- नया 500 बेड का अस्पताल होने वाला है तैयार, मरीजों के इलाज में मिलेगी मदद
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के बीच भारत में तेजी से मेडिकल सुविधाओं की बेहतरी और तैयारी को और ज्यादा दुरुस्त करने पर काम किया जा रहा है। कई जगहों पर नए अस्पताल बनाए जा रहे हैं और कई जगहों पर पुराने अस्पताल में ही नए वार्ड तैयार करने पर काम किया जा रहा है। ओडिशा और नोएडा में नए अस्पतालों को तैयार करने की खबरें सामने आई हैं।
ओडिशा के कोरोना अस्पताल में 500 बेड से सुसज्जित एक कमरा बनाया गया है। उड़ीसा मुख्य सचिव की ओर से ट्वीट में दी गई जानकारी के अनुसार अस्पताल श्रीकांत और किम, ओएमसी और स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों की बदौलत तेजी से आकार ले रहा है। एक हफ्ते के समय में यह तैयार हो जाएगा!
पश्चिम उत्तर प्रदेश के गौतमबुध नगर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस मामलों से यहां अस्पतालो में बेड कम पड़ने लगे हैं और यहां भी अब प्रशासन ने नए हॉस्पिटल बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनुराग भार्गव ने बताया कि कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए जाने वाले मरीजों को वर्तमान समय में ग्रेटर नोएडा की जिम्स हॉस्पिटल और नोएडा की चाइल्ड पीजीआई में रखने की व्यवस्था की गई है।
यमुना एक्सप्रेसवे पर स्थित नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग को सही पाया गया है, इसका अध्ययन करने के लिए डॉक्टरो और राज्य सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल यहां दौरा कर चुका है। यहां अस्पताल को शुरू करने के लिए सबसे जरूरी उपकरण वेंटीलेटर की आवश्यकता है। इसकी व्यवस्था भी की जा रही है, इसके अलावा मरीजों के लिए बेड और अन्य जरूरी सामान शासन की ओर से उपलब्ध कराया जा रहा है।
मरीजों के इलाज के लिए 50 बेड का हॉस्पिटल बनाने की स्थिति में कम से कम 200 डॉक्टरों की और 600 से 800 की संख्या में पैरामेडिकल स्टाफ की जरूरत होगी, तभी वह 24 घंटे मरीजों का इलाज कर पाएंगे।