- चार दिन तक प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने राहुल गांधी से पूछताछ की
- नेशनल हेराल्ड मामले में हुई पूछताछ
- ईडी के कुछ सवालों का जिक्र कर रहे थे राहुल गांधी
नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से ईडी के अधिकारियों ने कई दौर की पूछताछ की। बताया जा रहा है कि ईडी के कुछ सवालों पर वो असहज हुए। लेकिन उन्होंने खुद चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि पूछताछ करने वाले भी इस बात को समझ गए कि कांग्रेस के नेता डर नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि ईडी तलब कर रही थी। ईडी अधिकारी मुझसे 11 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ करते थे। जब मुझसे पूछा गया कि मुझमें इतना सब्र कैसे है, तो मैंने उनसे कहा कि मैं 2004 से कांग्रेस में काम कर रहा हूं। मैंने सब्र रखना सीखा है.. सचिन पायलट से पूछ सकते हैं।
सच्चाई सामने आ ही जाएगी
राहुल गांधी ने कहा कि सच्चाई सामने आ ही जाएगी, हमारे पास धैर्य की कोई कमी नहीं है। सच तो यह है कि पीएम मोदी ने इस देश की रीढ़ तोड़ दी है। यह देश अपने लोगों को रोजगार नहीं दे पाएगा। मोदी ने देश को 2-3 करोड़पति दिए हैं। बलों के लिए YouTube के लिए आखिरी रास्ता बचा है, उसे बंद कर दिया गया है। वे वन रैंक वन पेंशन के बारे में बात करते थे, अब यह नो रैंक नो पेंशन है जब आप सेना से (सेवानिवृत्त) घर वापस जाएंगे तो आपको कोई रोजगार नहीं मिलेगा।
हमारी जमीन पर चीन का कब्जा
चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है, सरकार को बलों को सशक्त बनाना चाहिए लेकिन वे उन्हें कमजोर कर रहे हैं। जब युद्ध होगा तो परिणाम दिखेगा। ईडी एक छोटी सी बात है, सबसे महत्वपूर्ण बात है हमारे युवा, उनके भविष्य की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। मोदी सरकार की नीतियां युवाओं के खिलाफ है। देशहित की बात करके वो कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाने में जुटे हुए हैं। आपने देखा होगा कि देश में कोयले की कमी नहीं होती थी लेकिन अब कोयला इंपोर्ट करना पड़ रहा है। यह कवायद कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए की गई है।