- योगी बोले- प्रदेश में फंसे अन्य लोगों को वापस भेजने में करेंगे सहयोग
- योगी ने अधिकारियों को लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करवाने को कहा
- रमजान के महीने में बरती जाए विशेष सावधानी- योगी आदित्यनाथ
लखनऊ: कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में दूसरे चरण का लॉकडाउन जारी है जो 3 मई तक चलेगा। लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर गरीब दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है जो विभिन्न राज्यों में फंसे हैं। राज्य सरकारें ऐसे लोगों के तमाम तरह से मदद कर रही है। इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लॉकडाउन के कारण प्रदेश में फंसे अन्य राज्यों के लोगों को वापस भेजने में प्रदेश सरकार पूरा सहयोगी करेगी।
रमजान के महीने में बरती जाए सावधानी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, 'लॉकडाउन की वजह से प्रदेश में फंसे अन्य राज्यों के लोगों को यदि उनके गृह राज्य की सरकार वापस बुलाने का निर्णय लेती है तो प्रदेश सरकार इसकी अनुमति प्रदान करते हुए ऐसे लोगों को वापस भेजने में सहयोग प्रदान करेगी।' इसके अलावा सीएम योगी ने कहा, 'रमजान के महीने की शुरूआत हो रही है। इस अवधि में विशेष सावधानी बरती जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सहरी और इफ्तार के समय किसी भी प्रकार से भीड़ इकट्ठा न होने पाए।'
लॉकडाउन के नियमों को सख्ती से करवाएं पालन
योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लॉकडाउन के नियमों को सख्ती से पूरी तरह पालन करवाया जाए और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन सुनिश्चित कराया जाय। सीएम योगी ने लॉकडाउन के हालातों का जायजा लेने के लिए एक समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी आवश्यक सामाग्री की कमी ना हो। इस दौरान सीएम ने केंद्र के नियमों के तहत उन जिलों में औद्योगिक इकाइयों का संचालन करााने को कहा जो कोरोना वायरस से प्रभावित नहीं है।
योगी करीब से रखे हुए हैं हालात पर नजर
कोरोना के बढ़ते मामलों और लॉकडाउन के बाद पैदा हुए हालातों पर योगी आदित्यनाथ करीब से नजर बनाए हुए हैं और लगातार अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। सीएम योगी ने अधिकारियों को पहले ही निर्देशित किया है कि राज्य में कोई भी आदमी भूखा नहीं रहना चाहिए। कुछ समय पहले ही योगी ने गरीब और दिहाड़ी मजदूरों के खातों में पैसे डाले थे और इसके अलावा सरकार करोड़ों लोगों को भोजन मुहैया करा रही है।