- अब तक फ्रांस से भारत को मिल चुके हैं 11 राफेल लड़ाकू विमान
- फ्रांस से 36 लड़ाकू विमानों के लिए भारत सरकार ने किया है करार
- वायु सेना के पास राफेल के दो स्क्वॉड्रन होंगे, एक स्क्वॉड्रन अंबाला में
नई दिल्ली : फ्रांस से 18 राफेल लड़ाकू विमानों की एक खेप जल्द भारत पहुंचने वाली है। इन लड़ाकू विमानों की तैनाती पश्चिम बंगाल स्थित वायु सेना के हासिमारा एयरबेस पर होगी। भारत ने 36 राफेल विमानों की आपूर्ति के लिए फ्रांस के साथ समझौता किया है। फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट एविएशन इन लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करती है। भारत की योजना राफेल के दो स्क्वॉड्रन से चीन और पाकिस्तान पर नजर रखने की है। राफेल के एक स्क्वाड्रन की तैनाती अंबाला एयरबेस पर होगी जबकि दूसरे की हासिमारा पर। 36 राफेल विमानों के शामिल हो जाने से वायु सेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। इन लड़ाकू विमानों के मिल जाने से वायु सेना को हासिमारा से एलएसी की निगरानी करनी आसान हो जाएगी क्योंकि यह एयरबेस वास्तविक नियंत्रण रेखा के करीब पड़ता है।
अब तक भारत को मिल चुके हैं 11 राफेल
फ्रांस से राफेल की पहली खेप पिछले साल जुलाई में भारत पहुंची। इस पहली खेप में पांच लड़ाकू विमान शामिल थे। अब तक भारत को 11 राफेल मिल चुके हैं और इन्हें वायु सेना के गोल्डन एरोज यूनिट में शामिल किया गया है। वायु सेना के एक अधिकारी ने कहा, 'अगले कुछ दिनों में फ्रांस से 10 और राफेल भारत पहुंच रहे हैं। इनके आने के बाद राफेल की पहली स्क्वाड्रन तैयार हो जाएगी। फिर इसके बाद दूसरे स्क्वॉड्रन की तैयारी शुरू हो जाएगी।' हासिमारा एयरबेस सिलिगुडी कॉरिडोर पर स्थित है। इस एयरबेस से वायु सेना मध्य एवं पूर्वी तिब्बत के क्षेत्र पर आसानी से निगरानी कर सकेगी।