नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित तौर पर आलोचना करने वाले पोस्टर चिपकाने के मामले में 25 प्राथमिकी दर्ज कीं और 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये पोस्टर शहर के कई हिस्सों में लगाए गए। इनमें लिखा था, 'मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी?' इसे लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सरकार पर निशाना साधा है। इस पोस्टर को ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है, 'मुझे भी गिरफ्तार करो।'
कांग्रेस और राहुल गांधी ने इस पोस्टर को अपनी प्रोफाइल पिक्चर भी बना लिया है। वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी इस पोस्टर की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा है, 'सुना है ये पोस्टर 𝗦𝗛𝗔𝗥𝗘 करने से पूरा 𝗦𝗬𝗦𝗧𝗘𝗠 कांपने लगता है...'
दिल्ली पुलिस ने लोक सेवक द्वारा जारी आदेश की अवज्ञा करने से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत विभिन्न जिलों में 25 प्राथमिकी दर्ज कीं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'अगर इस संबंध में और शिकायतें मिलती हैं तो प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है। फिलहाल यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि किसके कहने पर शहर के विभिन्न स्थानों पर ये पोस्टर लगाए गए और इसके मुताबिक ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।' पुलिस ने बताया कि तीन प्राथमिकी उत्तरपूर्वी दिल्ली में दर्ज की गई और वहां से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तीन प्राथमिकी पश्चिम दिल्ली में दर्ज की गयीं और वहां से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि तीन प्राथमिकी बाहरी दिल्ली में दर्ज की गईं और वहां से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया। राजधानी के उत्तर-पश्चिम इलाके में इस मामले में चार प्राथमिकी दर्ज की गयीं और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि शहर के मध्य हिस्से में दो प्राथमिकी दर्ज की गईं और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। दो प्राथमिकी रोहिणी में दर्ज की गईं और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि एक प्राथमिकी पूर्वी दिल्ली में दर्ज की गई और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक प्राथमिकी द्वारका में दर्ज की गई और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। दक्षिणी दिल्ली में भी इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की गयीं।
पुलिस ने बताया कि एक प्राथमिकी उत्तरी दिल्ली में दर्ज की गई और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि इस व्यक्ति ने दावा किया है कि उसे तीन पोस्टर चिपकाने के लिए 500 रुपए दिए गए। एक अन्य मामला शाहदरा में दर्ज किया गया, जहां पुलिस ने घटना की सीसीटीवी फुटेज बरामद की और इस घटना में शामिल लोगों को पकड़ने की कोशिश की।
(भाषा के इनपुट के साथ)