- ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के लिए एक दिसंबर को चुनाव होने हैं
- चार दिसंबर को मतगणना होगी
- बीजेपी ने इस बार पूरी ताकत से प्रचार किया है
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) हैदराबाद नगर निगम चुनाव में पूरा दम लगा रही है। भाजपा के शीर्ष नेता प्रचार के लिए हैदराबाद पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को गृह मंत्री अमित शाह भी हैदराबाद पहुंचे। यहां उन्होंने रोड शो किया और बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। इस दौरान उनसे सवाल किया गया कि असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया है कि यहां अवैध पाकिस्तानी-बांग्लादेशी रोहिंग्या रहते हैं तो गृह मंत्री अमित शाह क्या कर रहे हैं?
इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि जब मैं कार्रवाई करता हूं तो संसद में हायतौबा करते हैं। कितनी बड़ी आवाज में रोते हैं। एक बार लिखकर दे दें कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या को निकालना है, बाद में मैं करता हूं। सिर्फ चुनाव में बोलने से नहीं होता है। जब निकालने के लिए संसद में बहस होती है तो कौन इनका पक्ष लेता है। देश ने ये देखा है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा, 'यह बीजेपी ने दावा किया था कि 30,000 मतदाता रोहिंग्या शरणार्थी हैं जो यहां मतदाता सूची में दर्ज हैं। मैंने कहा कि उन्हें ऐसे 1000 नामों की पहचान करनी चाहिए और पूछा कि क्या अमित शाह दिल्ली में सो रहे थे? वह उन्हें क्यों नहीं हटाते? उन्हें कौन रोक रहा है?'
हैदराबाद को निजाम संस्कृति से मुक्त करना चाहते हैं: शाह
शाह ने कहा कि तेलंगाना के लोग सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और असदुद्दीन औवेसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के 'गठजोड़' से नाराज और आक्रोशित हैं। उन्होंने दावा किया कि हैदराबाद इस बार नगर निकाय चुनाव में भाजपा का महापौर चुनेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि हैदराबाद बीते कई साल से बुनियादी सुविधाओं के लिये संघर्ष कर रहा है। उन्होंने कहा, 'हाल ही में हुई बारिश में हैदराबाद के बाढ़ में डूबने और जिस प्रकार एक पार्टी के आशीर्वाद पर अतिक्रमण फल-फूल रहा है...उससे यहां के लोग टीआरएस और औवेसी के गठजोड़ से नाराज और आक्रोशित हैं। हैदराबाद के लोगों को भाजपा को एक मौका देना चाहिये। हम हैदराबाद को निजाम संस्कृति से मुक्त करना चाहते हैं।'