- पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा, अंकिता पर वेश्यावृति के लिए डाल रहा था दवाब!
- मना करने पर अंकिता भंडारी को मार दिया गया
- इस घटना के बाद भाजपा ने विनोद आर्य को पार्टी से निकाल दिया है
उत्तराखंड का अंकिता भंडारी हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आरोप है कि पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य ने वेश्यावृति का विरोध करने पर अंकिता की हत्या कर दी। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सत्ता और पावर के नशे में अंकिता भंडारी से पहले भी कई लोगों की हत्या की गई है। जिसमें कई हत्याकांड में तो दरिंदगी की हद पार कर दी गई थी। नैना साहनी, जेसिका लाल और आदित्य, इन सब की हत्या इसी सत्ता के पावर के नशे में की गई थी।
नैना साहनी हत्याकांड
नैना साहनी की हत्या 2 जुलाई 1995 को की गई थी। यह हत्याकांड तंदूर कांड के नाम से चर्चित हुआ था। साहनी के पति सुशील शर्मा, जो कांग्रेस के युवा नेता और विधान सभा के सदस्य थे, ने ही उनकी हत्या कर दी थी। नैना खुद कांग्रेस पार्टी की कार्यकर्ता थी।
जेसिका लाल हत्याकांड
जेसिका लाल दिल्ली की एक पत्रकार थीं। 30 अप्रैल 1999 को लगभग 2.00 बजे उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का आरोप लगा, हरियाणा से एक धनी और प्रभावशाली कांग्रेस नेता विनोद शर्मा के पुत्र मनु शर्मा पर। काफी विवादों के बाद रूप में मनु शर्मा को हत्या के लिए दोषी ठहराया गया और जेल की सजा सुनाई गई।
आदित्य हत्याकांड
घटना 7 मई 2016 की है। जब शाम 7.25 बजे आदित्य और उसके चार दोस्त बोधगया में एक बर्थडे पार्टी में शामिल होने के बाद वापस लौट रहे थे। रास्ते में उन्होंने एक गाड़ी को ओवरटेक किया जिसमे जदयू नेता मनोरमा देवा और गैंगस्टर बिंदी यादव का बेटा रॉकी यादव बैठा था। उसे ये बात नागवार गुजरी और उसने आदित्य का पीछा करके उसकी गाड़ी को रोकवा लिया।
रॉकी और उसके साथियों ने कार रोककर आदित्य और उसके दोस्तों पर हमला कर दिया। आदित्य ने भागने की कोशिश की। लेकिन, रॉकी और उसके गनमैन ने आदित्य पर गोलियां चला दीं। गोली आदित्य के सिर में लगी। जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
ये भी पढ़ें- ऐसा कोई नहीं जिसे सुकेश ने ठगा नहीं! अभिनेत्री से लेकर नेता तक को लगाया चूना; बिजनेसमैन की वाइफ से लूटे 200 करोड़