नई दिल्ली: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे (Anna Hazare) ने महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Govt.) पर निशाना साधते हुए कहा है कि- जब शराब की दुकानें खोली जा सकती हैं तो मंदिर क्यों नहीं दो हफ्ते में मंदिर नहीं खुले तो भूख हड़ताल करनी पड़ेगी, महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार से अन्ना हजारे ने कोरोना के चलते बंद मंदिरों को खोलने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि अगर कोविड-19 कारण है, तो शराब की दुकानों के बाहर बड़ी कतारें क्यों हैं, रालेगण सिद्धि गांव में शनिवार को हजारे ने कहा कि मंदिरों को फिर से खोलने की मांग करने वाले कुछ लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मंदिर क्यों नहीं खोल रही है?
अगर राज्य में बार खुल सकते हैं, तो मंदिर क्यों नहीं?
उन्होंने सरकार से सवाल दागा है कि अगर राज्य में बार खुल सकते हैं, तो मंदिर क्यों नहीं इतना ही नहीं हजारे ने लोगों से इस मुद्दे पर सड़क पर आकर आंदोलन करने को भी कह डाला है, गौर हो कि महाराष्ट्र में कोरोना के चलते राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों को नागरिकों के लिए खोलने की अनुमति नहीं दी है।
"महाराष्ट्र के कुछ जिले ऐसे हैं, जिनमें संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है"
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा कि प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों की संख्या पिछले एक महीने में कम हुई है। लेकिन महाराष्ट्र के कुछ जिले ऐसे हैं, जिनमें संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है। भूषण ने कहा, 'इस आदेश के जरिए सुझाव दिया जाता है कि महाराष्ट्र में आगामी त्योहारों के दौरान सार्वजनिक कार्यक्रमों तथा लोगों के इकट्ठा होने के मद्देनजर (जिनमें दही हांडी और गणपति महोत्सव शामिल है) राज्य सरकार स्थानीय तौर पर पाबंदी लगाए।