बाराबंकी : AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे ओवैसी गुरुवार को बाराबंकी पहुंचे, जहां उन्होंने बीजेपी के साथ-साथ सपा, बसपा और कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी जहां देश में धर्मनिरपेक्षता को कमजोर करने में लगी है, वहीं सपा, बसपा, कांग्रेस जैसी पार्टियां उस वक्त चुप्पी साध लेती हैं, जब बात अल्पसंख्यकों के हितों की आती है।
ओवैसी ने आरोप लगाया कि इन पार्टियों ने मुसलमानों का वोट लिया है, पर उनकी परवाह कभी नहीं की। इन्होंने न तो नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का विरोध किया और न ही तीन तलाक पर सरकार की ओर से लाए गए बिल का। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि बीजेपी के इशारे पर मुसलमानों के खिलाफ अत्याचार होते हैं और सपा, बसपा, कांग्रेस जैसी पार्टियां मूकदर्शक बनी रहती हैं। वे CAA, तीन तलाक पर नहीं बोलतीं।
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने वह सिर्फ उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी नहीं कर रहे हैं, बल्कि उनकी पार्टी प्रदेश में एक मजबूत विकल्प के तौर पर उभरकर सामने आएगी। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अगर प्रदेश के 11 प्रतिशत यादव यहां किसी यादव को मुख्यमंत्री बना सकते हैं, तो 19 फीसदी मुसलमान क्या 19 विधायक भी नहीं बना सकते? उन्होंने कहा कि आज सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोगों को ही नहीं, बल्कि दलितों को भी निशाना बनाया जा रहा है।
बाराबंकी में जनसभा को संबोधित करते हुए AIMIM प्रमुख ने लोगों से विधानसभा में अपना नुमाइंदा भेजने की अपील की और कहा कि जब तक मजलिस में आपका नुमाइंदा नहीं होगा, आपकी बात नहीं सुनी जाएगी। इससे पहले बुधवार को ओवैसी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती पर हमला बोलते हुए कहा था कि उनकी 'नासमझी' की वजह से ही नरेंद्र मोदी दो बार इस देश के प्रधानमंत्री बन गए।