नई दिल्ली: दिल्ली दंगे का आरोपी आसिफ इकबाल तन्हा का एक ऑडियो सामने आया है, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। दरअसल, इस ऑडियो में वो अफगानिस्तान में तालिबान का राज काबिज होने पर खुश हो रहा है। वो अशरफ गनी के इस्तीफे पर खुशी जताता है। ऑडियो में वो कहता है कि अल्लाह का शुक्र है और तालिबान धीरे-धीरे इमारते इस्लामिया को कायम कर रहा है। मुझे लगता है कि हमें उससे सबक लेना चाहिए। सीखना चाहिए कि आजादी हासिल करने के लिए किस तरह की जद्दोजहद और कोशिश करनी चाहिए।
रविवार (15 अगस्त) को 'ट्विटर स्पेस' पर बातचीत के दौरान आसिफ ने तालिबान का समर्थन किया। इस बातचीत का शीर्षक था- क्या देश का मुसलमान आजाद है?
अफगानिस्तान एक पूरा का पूरा देश आतंकियों के कब्जे में आ चुका है और अफगानिस्तान में बीते कुछ घंटों में बहुत कुछ बदल गया है। हर जगह तालिबान का कब्जा है। राष्ट्रपति भवन हो, एयरपोर्ट हो या फिर राजधानी काबुल हो, हर जगह पर तालिबान का कब्जा हो चुका है। राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए हैं। रक्षा मंत्री भी मौका मिलते ही फरार हो गए। साफ है अफगानिस्तान में बीस साल बाद एक बार फिर तालिबान का राज हो चुका है। तालिबान का राज होने के बाद अफगानिस्तान में हर तरफ अफरा तफरी का माहौल है। काबुल से जो तस्वीरें आ रही हैं वो बेहद डरावनी है। सैकड़ों लोग अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर हैं और प्लेन पर चढ़ने के लिए होड़ मची हुई है।
अफगानिस्तान से लौटे लोग परेशान है। काबुल में जो हालात हैं वो सामान्य नहीं हैं। तालिबान का राज दुनिया के लिए बड़ा अलार्म है। चीन ने तालिबान को मान्यता दे दी है तो पाकिस्तान तालिबान का स्वागत कर रहा है।