- अफगानिस्तान के ऐसे हालात पहली बार नहीं हुए हैं पहले भी हुआ है ऐसा
- साल 1996 का मंजर भी कुछ इससे मिलता जुलता था
- तालिबान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति नजीबुल्लाह को मारकर बिजली के खंभे से लटका डाला था
नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afganistan) के हालात बेहद बदतर हैं और पूरी दुनिया की निगाहें इस मुल्क पर लगी हुई हैं, आज हम आपको बतायेंगे की कई साल पहले यानी 1996 में में तालिबान ने तत्कालीन अफगानी राष्ट्रपति नजीबुल्लाह (Afghan President Najibullah) को मारकर बिजली के खंभे से लटका दिया था जिसका जिक्र आज भी आता है तो तालिबानी बर्बरता (Taliban Barbarism) के किस्से याद आ जाते हैं।
अफगानिस्तान के ऐसे हालात पहली बार नहीं हुए है, साल 1996 का मंजर भी कुछ इससे मिलता जुलता था,जब तालिबान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति नजीबुल्लाह को बेरहमी से मारकर बिजली के खंभे से लटका दिया था।
नजीबुल्लाह अपनी जान बचाने के लिए एक कंपाउंड में 1996 तक छिपे रहे
1987 में नजीबुल्लाह अफगानिस्तान के राष्ट्रपति बने थे, राष्ट्रपति बनने के बाद नजीबुल्लाह ने अफगानिस्तान का नाम बदलकर रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान करवा दिया था मगर दिसंबर 1991 में सोवियत संघ टूट गया था इसके बाद नजीबुल्लाह काफी कमजोर पड़ गए बाद में नजीबुल्लाह अपनी जान बचाने के लिए एक कंपाउंड में 1996 तक छिपे रहे थे।
नजीबुल्लाह को एक ट्रक के पीछे बांधकर सड़कों पर घसीटा गया था
इस पीरियड दौरान अफगानिस्तान में तालिबान खड़ा हुआ, उसे उस वक्त पाकिस्तान और अमेरिका से खासी इमदाद मिलती थी, रिपोर्ट के मुताबिक, नजीबुल्लाह ने यूएन की पोस्ट से संपर्क करके अपने लिए सुरक्षा मांगी लेकिन उनकी मदद नहीं की जा सकी, इसके बाद तालिबान ने बेरहमी से उन्हें मार दिया और काबुल के आरियाना चौक में एक खंबे से टांग दिया, बताते हैं कि टांगे जाने से पहले उन्हें एक ट्रक के पीछे बांधकर सड़कों पर घसीटा गया था।