काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से पहली बड़ी टिप्पणी आई है। काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नागेंद्र पांडे ने कहा कि ये मंदिर ही है। जो ढांचा अभी वहां पर खड़ा है वो भी मंदिर का ही हिस्सा है। पुराणों में लिखा है वहीं मंदिर है और जो मूर्ति मिली है तो इससे और ज्यादा स्थापित हो जाता है कि वो मंदिर ही है।
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ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे की रिपोर्ट को अभी वाराणसी की स्थानीय अदालत के सामने पेश किया जाना है। लेकिन उससे पहले विवाद इस बात पर है कि मस्जिद के तहखाने से जो संरचना शिवलिंग या फव्वारा है। दोनों पक्ष अलग अलग दावे कर रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नागेंद्र पांडे ने कहा कि सब कुछ मंदिर का ही हिस्सा है। पुराणों में भी इस संबंध में स्पष्ट उल्लेख है। यह तो सबको पता ही है। अब सर्वे में जो कुछ मिला है उससे भी साफ है कि ज्ञानवापी मंदिर परिसर का ही हिस्सा है।