नई दिल्ली: गंडक नदी में तब से उफान आ गया है जब से नेपाल ने भारतीय क्षेत्र में भारी पानी छोड़ा है। इससे जलग्रहण क्षेत्रों में अस्थायी रूप से बाढ़ आ गई है। उफनती नदियां संपर्क मार्ग को अपनी चपेट में ले रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में समस्याएं पैदा हो रही हैं। नेपाल द्वारा भारतीय क्षेत्र में भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद से गंडक में उफान है।
वन्यजीवों के आवासों में पानी जाने के कारण जंगली जानवर मानव आवासों में भटक गए हैं। पूर्वी चंपारण के चिरैया में ऐसा ही एक मामला सामने आया। यहां एक बाघ को पकड़ा गया था और बाद में भारत-नेपाल सीमा पर उसके आवास में उसे छोड़ दिया गया।
सामने आए वीडियोज में देखा जा सकता है कि किस तरह इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। लोगों के घर, झोपड़ियां पूरी तरह तबाह हो गई हैं। लोगों को नावों का सहारा लेना पड़ रहा है। वाहन पानी में आधे-आधे डूब जा रहे हैं। कई वाहनों को तो मशक्कत कर निकालना पड़ रहा है।
नेपाल के अधिकारियों ने हाल ही में 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है। नेपाल पानी छोड़ता है क्योंकि उसके जल निकाय सीमा से अधिक हो जाते हैं।
इसके बाद डिस्चार्ज वाल्मीकिनगर गंडक बैराज में भारत में प्रवेश करता है, जिससे इसका प्रबंधन आसपास के क्षेत्रों में रहने वालों के जीवन और संपत्ति के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है।