- मंगलवार को उरी सेक्टर में मुठभेड़ के दौरान जिंदा पकड़ा गया आतंकी अली बाबर
- बाबर का कहना है कि पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने उसकी घुसपैठ भारत में कराई
- बाबर ने बताए कि उसे भारतीय सेना के बारे में गुमराह करने के लिए वीडियो दिखाए गए
नई दिल्ली : उरी मुठभेड़ में जिंदा गिरफ्तार आतंकी बाबर ने पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस का पर्दाफाश कर दिया है। बाबर ने कैमरे पर आकर जिन बातों का खुलासा किया है उससे पाकिस्तान दुनिया के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गया है। 19 साल के बाबर ने कबूला है कि उसके पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराई। आईएसआई के लोगों ने भारतीय सेना के बारे में गलत बातें बताकर और दिखाकर उसका ब्रेनवाश किया। आतंक के रास्ते पर चलने के लिए उसे गुमराह किया गया।
ISI ने बाबर को 50 हजार रुपए का लालच दिया
बाबर ने कबूला है कि पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने उससे कहा कि उसकी मां बीमार है, उसे इलाज की जरूरत है। उसकी पढ़ाई छुड़ाकर दहशतगर्दी के रास्ते पर धकेला गया। आईएसआई ने उसे 50 हजार रुपए का लालच दिया। बाबर को 20 हजार रुपए का एडवांस दिया। बाबर का कहना है कि उसे छह हफ्ते की ट्रेनिंग दी गई और फिर पाकिस्तानी सेना एवं आईएसआई ने उसे आतंकी लॉन्च पैड पर लाकर छोड़ा।
भारतीय सेना के बारे में गलत बातें बताई गईं
बाबर ने बताया है कि तंजीम में ट्रेनिंग के लिए जब उसे भेजा गया तो उसे वीडियो दिखाए गए। उसे बताया गया कि कश्मीर में भारतीय सेना मासूम लोगों पर जुल्म कर रही है लेकिन जब वह यहां आया तो उसे यहां ऐसा कुछ नहीं दिखा। बाबर ने कहा है कि भारतीय सेना के अत्याचार की कोई घटना उसके सामने नहीं आई।
उरी मुठभेड़ में जिंदा पकड़ा गया है बाबर
जाहिर है कि बाबर का ब्रेनवाश किया गया है। पाकिस्तान अपने मासूम युवकों को बरगलाकर आतंक के रास्ते पर भेज रहा है। पाकिस्तानी सेना गरीब लड़कों की मजबूरी का फायदा उठा रही है। कुछ समय पहले सीमा पार से कुछ छह लोग भारतीय क्षेत्र में घुसे थे लेकिन सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से चार वापस भाग गए, एक मारा गया जबकि बाबर पकड़ा गया। उरी में सेना से जब मुठभेड़ होनी शुरू हुई तो बाबर हथियार छोड़कर रोने लगा। इसने सेना से कहा कि वह उसकी जान बख्श दे क्योंकि वह जिंदा रहना चाहता है।
'कश्मीर में आतंकियों का इंतजार मौत कर रही है'
रक्षा विशेषज्ञ जीडी बख्शी ने 'टाइम्स नाउ नवभारत' से खास बातचीत में कहा कि अफगानिस्तान में युद्ध खत्म हो गया है। ऐसे में पाकिस्तान अपने आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर के हालात बिगाड़ने के लिए भेज रहा है। सीमा पर लॉन्च पैड्स पर बड़ी संख्या में आतंकियों की मौजूदगी होने का पता चला है। ये आतंकी सोच रहे हैं कि अफगानिस्तान में जीत के बाद ये कश्मीर में जश्न मनाएंगे लेकिन इन्हें पता नहीं है कि यहां पर मौत उनका इंतजार कर रही है।