कोलकाता : नारदा स्टिंग केस में कार्रवाई करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के कई मंत्रियों एवं एक विधायक को लेकर अपने दफ्तर पुहंची। टीएमसी नेताओं के अलावा सीबीआई कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी को भी अपने कार्यालय लेकर आई। नारदा स्टिंग केस में सीबीआई की यह बड़ी कार्रवाई है। जिन् नेताओं को जांच एजेंसी के दफ्तर लाया गया है उनमें मंत्री फिरहद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा, पूर्व मेयर सोवन चटर्जी शामिल हैं।
राज्यपाल धनखड़ ने दी थी कार्रवाई की इजाजत
बता दें कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कुछ दिनों पहले मामले में टीएमसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने की अनुमति दी। जांच एजेंसी ममता सरकार में मंत्री एवं कोलकाता के मेयर फिरहद हाकिम उनके दक्षिण कोलकाता स्थित आवास से सुबह लेकर आई। सीबीआई जब हाकिम को उनके घर से अपने वाहन में बिठा रही थी तो उस समय वहां मौजूद टीएमसी कार्यकर्ता उन्हें ले जाने से रोकने लगे। इस दौरान वहां काफी हंगामा देखने को मिला।
चुनाव बाद दोबारा टीएमसी में वापग गए सोवन चटर्जी
सीबीआई आज सुबह कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी के घर भी पहुंची। विधानसभा चुनाव से पहले सोवन टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे लेकिन टिकट न मिलने पर वह ममता बनर्जी की पार्टी में वापस चले गए। साल 2014 में जब ये कथित टेप्स सामने आए उस समय ये सभी चारों नेता ममता सरकार में मंत्री थे। हाल के विधानसभा चुनाव में हाकिम, सुब्रत और मदन मित्रा दोबारा विधायक चुने गए हैं।