- नवजोत सिंह सिद्धू, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से दे चुके हैं इस्तीफा
- कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब के शीर्ष नेताओं को विवाद सुलझाने की दी है जिम्मेदारी
- नवजोत सिंह सिद्धू, चन्नी सरकार के कुछ चेहरों पर जता चुके हैं ऐतराज
नवजोत सिंह सिद्धू पर कांग्रेस आलाकमान सख्त बताया जा रहा है। इस तरह की खबरें हैं कि उन्हें अब मनाने की कोशिश नहीं की जाएगी। आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को आज रात तक का समय दिया है। अगर आज रात तक सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के बड़े नेताओं ने इस मामले को स्थानीय स्तर पर नहीं निपटाया तो कांग्रेस आलाकमान अपना अगला कदम उठाएगी।
सिद्धू को आज रात तक का वक्त
आज रात तक समाधान नही निकला तो कांग्रेस आलाकमान सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार कर लेगी।कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब को लेकर प्लान B पर काम करना शुरू किया।प्रभारी हरीश रावत को पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर अगले अध्यक्ष की तैयारी रखने को कहा गया। बता दें कि आज एक बार फिर नवजोत सिंह सिद्धू ने बागी तेवर दिखाए और कहा कि पंजाब की सेवा ही उनका मकसद है। वो ना तो गुमराह हुए हैं और ना ही कांग्रेस हाईकमान को गुमराह कर सकते हैं। उन्हें जो दिखाई दे रहा उसे वो बयां कर रहे हैं।
सिद्धू के इस्तीफे पर विरोधियों ने साधा था निशाना
मंगलवार को जब नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफा दिया तो राजनीतिर गलियारे से अलग अलग तरह की प्रतिक्रिया आई। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट के जरिए कहा था कि वो अस्थिर व्यक्ति है, पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्य की जिम्मेदारी वो नहीं उठा सकता। इसके साथ ही शिरोमणि अकाली दल ने सिद्धू को मिसगाइडेड मिसाइल, अनगाइडेड मिसाइल और ह्यूमन बम तक करार दिया। शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने कहा कि सिद्धू के बारे में तो पंजाब की जनता अच्छी तरह से जानती है।