- पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू ने दिया है इस्तीफा
- मनीष तिवारी ने बिना सिद्धू का नाम लिए उन पर तंज कसा है
- कांग्रेस नेता ने कहा कि पंजाब की अस्थिरता का फायदा पाक को होगा
नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पंजाब में पार्टी के संकट पर बड़ा बयान दिया है। नवजोत सिंह सिद्धू का नाम लिए बगैर उन्होंने उन पर निशाना साधा है। तिवारी ने बुधवार को कहा कि पंजाब एक संवेदनशील राज्य है, इसे देखते हुए नेताओं को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता से खुशी पाकिस्तान को होगी क्योंकि उसे अपने नापाक इरादों को पूरा करने के लिए एक मौका मिल सकता है। कांग्रेस नेता ने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पंजाब की सुरक्षा के बारे में सभी को सोचना चाहिए। सिद्धू ने मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से इस्तीफा दे दिया, इसके बाद पंजाब कांग्रेस में संकट एक बार फिर उभर गया है।
पंजाब के लिए खतरा है राजनीतिक अस्थिरता-तिवारी
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में तिवारी ने कहा, 'पिछले कुछ दिनों में पंजाब में जो कुछ हुआ है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके बहुत दुरगामी परिणाम होंगे। मैं अभी हाल ही में एक क्षेत्रीय सुरक्षा सम्मेलन से लौटा हूं। पंजाब की अस्थिरता पर यदि किसी को खुशी होगी तो वह पाकिस्तान है। पाकिस्तान को लगता है कि पंजाब में हालात यदि बिगड़ते हैं और राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है तो उन्हें अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए एक मौका और मिलेगा। पिछले एक साल से किसान आंदोलन के चलते राज्य मुश्किल दौर से गुजर रहा है। राज्य का सामाजिक तानाबाना इस समय ठीक नहीं है। ऐसी परिस्थिति में यदि राजनीतिक अस्थिरता बनती है तो यह पंजाब और कश्मीर के लिए एक खतरा है। अभी इस बात ध्यान नहीं होना चाहिए कि मेरे कहने पर कोई मंत्री, डीजीपी बना या नहीं।'
'कैप्टन को राष्ट्रीय सुरक्षा की बातें अच्छी तरह पता हैं'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि 'मुझे संकोच नहीं है कि जिन लोगों को राज्य की जिम्मेदारी दी गई है, वे पंजाब को समझ नहीं पाए। पंजाब सरहद का राज्य है। यहां पाकिस्तान की तरफ से हथियार आते हैं, ड्रग्स की तस्करी होती है, ड्रोन आते हैं। इन सब चीजों को देखते हुए सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के बहुत कद्दावर नेता हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा की बातें उन्हें अच्छी तरह पता हैं। चुनाव एक पहलू है, राष्ट्र हित दूसरा पहलू है। कैप्टन धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं और राष्ट्रवाद उनमें कूटकूट कर भरा हुआ है।'